Meaning Of Demat Account In Hindi
स्टॉक मार्केट में निवेश (ट्रेडिंग) के लिए Trading और Demat Accounts बेहद जरूरी हैं आज हम इन्ही दो अहम खातो के बारेंमे विस्तार से समजने वाले है और साथ ही इन खातों को कैसे और किनके द्वारा खोला जाता है यह भी समझेंगे तो चलिए शुरू करते हैं (meaning of demat account in hindi)
Demat और Trading Accounts क्या हैं :-
स्टॉक मार्केट में डीमैट और ट्रेडिंग खाते क्या होते हैं और इसके शेयर बाज़ार में क्या महत्व है, इन सभी सवालों के जवाब आज आपको इस आर्टिकल के माध्यम से मिलनेवाले हैं मगर वहा तक पहुँचने से पहले हमें कुछ और समझना पड़ेंगा जैसे की; शेयर बाजार के खातों की सामान्य बातें और शेयर बाजार खातों के प्रकार तो चलिए पहले उन टोपिक्स को क्लियर करते हैं
स्टॉक मार्केट के खातों की सामान्य बातें
इस टोपिक में हम जानेंगे शेयर बाजार में Account खोलने से रिलेटेड सभी सवालों के जवाब जेसे की; शेयर बाजार में Account के कितने प्रकार है उन सभी प्रकारों का संक्षीप्त विवरण और खाते को खोलने हेतु आवश्यक सूचना
साथ ही SEBI के द्वारा जारिकिये रूल्स एंड रेगुलेशन के अनुसार किन – किन दस्तावेज (डॉक्यूमेंट) की आवश्यकता है और खाता खोलने हेतु न्यू डॉक्यूमेंटरी प्रोसेस की जाती है उन सभी महत्व पूर्ण जानकारी से रूबरू होते हैं
तो अब हमें किसी ब्रोकर के जरिये ये दोनों खाता खुलवाने पड़ेंगे ये दोनों खाते खुलवाने के लिए 18 साल होने अनिवार्य है एसा इस लिए क्यूंकि शेयर बाजार में खाता खुलवाने के लिए PAN Card होना जरुरी है
PAN का पूरा नाम Permanent Account Number है जिसे Income Tax के जरिये जारी किया जाता है पेहले के नियमो के आधीन 18 साल के निचे यानि Minor के Accounts खुलते हैं
स्टॉक मार्केट खातों के प्रकार
सबसे पेहले हमें ये जानना बहोत आवश्यक है की शेयर बाजार में किन – किन प्रकार के Accounts होते है ताकि हम उसके बारेंमे अच्छी तरह समज सके और जान सके की शेयर बाजार हमारे नजरिये के बाहर कितना विस्तृत है और हम उसे कितना समजते हैं
तो हमारा पहला टॉपिक है शेयर मार्केट के Account Types के बारेमे तो चलिए शुरु करते है शेयर बाजार के मुख्य दो प्रकार के Accounts के बारेंमे बताया गया है Demat Account और Trading Account
शेयर बाजार में सफल निवेशक बनने के लिए हमें इन दोनों खातो के बारेमे अच्छी तरह जानना जरुरी है और शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने के लिए ये दोनों Accounts बेहद जरुरी है
इसके बिना आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग नहीं कर सकते है तो चलिए वन बाय वन दोनों A/C के बारेमे जानते है पेहले समज ते है Trading Account के बारेमें
Trading Account
शेयर बाजार में Trading Account का विशेस महत्व है एसा मेने इसलिए कहा क्युकी इस खाते के बिना हम शेयर बाजार में ट्रेडिंग ही नहीं कर सकते है
इसके नाम से भी पता चलता है की ये खाता विशेस तोर पर शेयर बाजार में ट्रेडिंग हेतुही खोला जाता है इसीके जरिये हम शेयर की खरीद – बिक्री कर सकते है Trading Account के बिना शेयर मार्केट में शेयर की ट्रेडिंग करना नामुमकिन है
Trading Account केवल एक एक्सचेंज के जरिये मान्यता युक्त ब्रोकर के द्वारा इसे खोला जाता है और Trading Account खुलवाना बिलकुल मुफ्त होता है
यानि एक्सचेंज या ब्रोकर इसे खोलने के लिए किसीभी ट्रेडर (निवेशक) से किसी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जाता यह खाता केवल एक मान्य ब्रोकर के द्वारा ही खोला जाता है और शेयर बाजार को पूरी तरह मोनिटर सिर्फ Trading Account से ही किया जाता है
जेसे की; शेयर बाजार से किसी कंपनी के शेयर की खरीद – बिक्री करना, Income Tax भरने के लिए Financial Statement और Profit/Loss Statement जेसे दस्तावेज सिर्फ Trading Account से प्राप्त किया जाता है
‘Trading Account’ इसके जरिये हम स्टॉक मार्केट के सभी प्रकार के ट्रेडिंग में भाग ले सकते है खास करके BSE और NSE में ट्रेडिंग करना मुमकिन है, वैसे यह हमारे ब्रोकर और हमारे ट्रेडिंग खाते में शुरू ट्रेडिंग सेवाओं पर आधारित है
यानि हमारा ब्रोकर हमें कैसे – कैसे ट्रेडिंग प्लेटफार्म प्रदान करता है और उनमेसे हम कैसी – कैसी ट्रेडिंग सेवाओं का इस्तेमाल करते है यह हम पर डिपेंड करता है
हम दुसरे देश में स्टॉक ट्रेडिंग नहीं कर सकते हैं क्योंकि उनकी एक्सचेंज अलग है और हमारी एक्सचेंज अलग है, जिनसे वहा पर उनके एक्सचेंज में खाता खुलवा कर वहापर ट्रेडिंग हो सकती है
Demat Account
हमने आगे जाना की Trading Account क्या होता है और उससे क्या होता है अब हम समजेगे Demat Account के बारेमे इसका शोर्ट नाम DP है जिसे Depository Participant कहा जाता है
वैसे Demat Account के नंबर को Client ID के नाम से जाना जाता है और इस Client ID के जरिये कोई दूसरी व्यक्ति हमारे Demat Account में किसी प्रकार की कोई गडबड नहीं कर सकता हैं और यह खाता स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए बेहद जरुरी होता है
हालमे आने वाले SEBI के नये मार्जिन के नियमोमे ये खाता होना बेहद जरुरी हो गया है तो पेहले इसी नियमके बारेमे जानलेते है
SEBI के न्यू शेयर मार्केट रेगुलेशन के मुताबिक कोय भी ब्रोकर्स अपने क्लाइंटस (शेयरहोल्डर) के शेयर को अपने पास यानि शेयरहोल्डरो के Trading Account में नहीं रख सकते इसका मतलब ये है की शेयर की खरीदिके बाद तीसरे दिन पेआउट होजाने के बाद कम्पलसरी (फरजियात) उसके शेयर उसके रजिस्टर Demat Account में जमा करदिये जाते है अन्यथा SEBI के द्वारा दंड या उसपर उचित कार्यवाही भी हो सकती है
डीमैट खाते के क्या उपयोग हैं
Demat Account में सिर्फ स्टॉक्स को जमा किया जाता है इसमें कोय पैसों का वहीवट नहीं होता है इसे दुसरे शब्दों में समजे तो यह खाता एक रूपसे बैंकिंग की तरह काम करता है बस फर्क सिर्फ इतना है की इसमें पैसों की जगह शेयर्स रखे जाते है
वैसे Demat Account कभी भी अपने आप बंध नहीं होता है यानि यह खाता आजीवन खाता होता है इसे एक ब्रोकर से दुसरे ब्रोकर्स के पास ट्रांस्फर नहीं किया जा सकता है
इसके सोल्यूशन के तौर पर पहले दुसरे ब्रोकर के पास Demat Account खुलवाना पड़ता है और उसके खुल जाने के बाद पहले ब्रोकर के पास हमारे Demat Account में जितने भी शेयर्स जमा होंगे उसे Off Market Trade या Online सिस्टम से सभी शेयरों को नये Demat Account में ट्रांस्फर कर दिए जाते है
वह प्रोसेस ख़त्म होने के बाद ही पुराने Demat Account की Closing रिक्वेस्ट दाल सकते है, Demat Account की सुविधा देने हेतु वो हमसे डिमेट चार्ज (DP Charge) के तोरपर वसूला जाता है और ये केवल शेयर बिक्री के बाद जो तेय की रकम होती है
तो इसके अलावा भी बहुत सारे खाता स्कीम होती है जेसे की; 1 वर्ष की स्कीम जिसमे खाता खुलवाते समय कम फ़ीस में खाता तो खुल जाएंगा मगर उनमे ट्रेडिंग के ब्रोकरेज चार्जिस ज्यादा होते है और साल के अंतमे सुनिश्चित चार्ज लग जाता है
दूसरी स्कीम में ब्रोकरेज चार्ज के हिसाब से खाते की स्कीम नक्की होती है आप इनमे से किसीभी स्कीम से Demat Account खुलवा सकते है मगर मेरी सलाह से लाइफटाइम Demat Account ही सबसे बेस्ट स्कीम है
डीमैट खाते के प्रकार
Demat Account युतो पूरी तरह SEBI के अंडर आता है मगर इसमें सिर्फ ब्रोकर ही नहीं बैंक भी शामिल है इसे ब्रोकर और बैंक दोनोके जरिये खाता खोला जाता है और बैंक डिटेल्स हमेसा Demat Account में ही ऐड होती है जिसको कभी भी मोडिफाइड या चेंज कर सकते है
अब बात करते है Demat Account Types के बारेंमे तो ये दो प्रकार के होते है CDSL And NSDL इसे हम वन बाय वन समजते है CDSL का पूरा नाम Central Depository Services (India) Ltd है
CDSL का Demat Account ज्यादातर बैंकों के माध्यम से खोला जाता है CDSL की स्थापना फेब्रुअरी 1999 में मुंबई में एक डिपोजिटरी के रूप में हुई थी
अब बात करते है NSDL की तो इसका पूरा नाम National Securities Depository Ltd है NSDL का Demat Account केवल ब्रोकर के द्वार खोला जाता है
यानि इसमें बैंक का कोय रोल नहीं है NSDL की स्थापना 8 अगस्त 1996 में मुंबई में हुई थी इसकी सुरुआत भारत के पेहले इलेक्ट्रोनिक सिक्योरिटीज़ डिपोजिटरी के तोर पर हुई थी
3 in 1 Demat Account क्या है
तो यह भी Demat Account का ही एक प्रकार है जिसकी सेवाएँ भारत में बहोत से ब्रोकर्स और बैंकिंग संस्थाएं प्रदान करती हैं तो चलिए इसे विस्तार से समजते हैं
पहले हम यह समज लेते है की आखिरकार यह 3 इन 1 Demat Account होता क्या है तो 3 इन 1 Demat Account यानि एक ऐसा Accounts जिसमे सभी प्रकार की सुविधाएं मोजूद हो
यानि एक तो उसमे Demat Account तो होंगा ही और उनके साथ – साथ Trading Account और Bank Account भी शामिल होंगा जिनसे एक ही खाते से स्टॉक ट्रेडिंग होंगी, जिन शेयरों को खरीद – बिक्री करने के लिए पैसो की लेनदेन करने हेतु बैंक खाता भी लिंक्ड होंगा और उन शेयरों को सुरक्षित रखने के लिए एक Demat Account भी होंगा तो इन तीनो खातो के समन्वय को 3 इन 1 Demat Account कहा जाता हैं
इन 3 इन 1 Demat Account की सेवाएँ ज्यादातर बैंकिंग संस्थाएं ही प्रोवाइड करवाती हैं क्योंकि उन संस्थाओ के पास बैंकिंग से जुडी सेवाएँ तो पहले से ही जारी हैं जिसमे उनकी डिपोजिटरी सर्विसेज भी चालू होती हैं अब उन्हेँ शेयरों की ट्रेडिंग के लिए किसी मोबाइल ट्रेडिंग एप्स के जरिये इस प्रकार के Accounts की सेवाएँ प्रदान करते हैं
Stock Market Account Opening Documents :-
स्टॉक मार्केट में अकाउंट खोलने हेतु हमें किन – किन डॉक्यूमेंट (दस्तावेज़) की आवश्यकता पड़ेंगी उसके बारेंमे जानेंगे सबसे पेहले हमें PAN Card निकाल ना बेहद ही जरुरी है या यु कहे की इसके बिना शेयर बाजार में खाता खुलवाना नामुमकिन है
- PAN Card को CBDT यानि The Central Board of Direct Taxes नाम की संस्था के द्वारा Income Tax की देख रेख में जारी किया जाता है हमारा दुसरा दस्तावेज़ है
- Aadhaar Card इसके बारेंमे तो हम सब जानते ही है इसे UIDAI (Unique Identification Authority of India) की और से जारी किया जाता है ये पूरी तरह से सरकार के आधीन होती है
- हमारा तीसरा और अहम दस्तावेज़ है सेविंग बैंक Accounts डिटेल्स जिसमे हमें बैंक पासबुक का प्रथम पेज और लास्ट तिन महीने का ट्रांजेक्सन स्टेटमेंट की नक़ल चाहिए इसके अलावा बैंक स्टेटमेंट भी दे सकते है
वैसे तो सभी प्रकार की राष्ट्रीयकृत बैंक Demat Account खुलवाने के लिए चलेंगा मगर आपमेसे किसी का बैंक खाता जनधन वाली स्कीम का बैंक खाता है तो वो भी चलेंगा मगर उस सेविंग खाते में 49 हजार से ज्यादा का ट्रांजेक्सन नहीं हो सकता है इस बात को खास ध्यान में रखे
इसके अलावा एक रद किया हुआ चेक और Demat Account खुलवाने की जो फ़ीस (चार्ज) है उसका चेक देना होंगा लास्ट दस्तावेज़ है खातेदार का पासपोर्ट फोटो ये सभी खातेदार के दस्तावेज़ है
अगर आप किसीको नोमिनेशन रखना चाहते है तो उसका PAN Card या Aadhaar Card की नक़ल और एक पासपोर्ट फोटो की आवश्यकता होंगी ये सभी दस्तावेज़ शेयर बाजार में खाता खुलवाने के लिये जरुरी है
चाहे ब्रोकर के जरिये या ऑनलाइन के जरिये खाता खोले ये सभी डॉक्यूमेंट कम्पलसरी है अब में बात करूँगा हालके Account Opening प्रोसेस के बारेंमे तो चलिए शुरु करते है
Stock Market Account Opening Process :-
आज में आपसे इसी Account Opening की न्यू प्रोसेस के बारेंमे बताऊंगा साथ ही हम ये भी जानेंगे की SEBI ने इस नई Account Opening प्रोसेस क्यों शुरु की तो चलिए शुरु करते है
यदि आपमेसे किसी के मनमे यह सवाल है की Demat Account खुलवाते समय नाम, पता या पर्सनल जानकारीयों में गलती है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है उसे आप अपने ब्रोकर के द्वारा सुधार सकते है और रही नाम की बात तो वो सिर्फ आपके फोटो ID (Aadhaar Card या Pan Card) की मदद से चेंज हो सकता हैं
ये प्रोसेस सिर्फ ब्रोकर के जरिये खाता खुलवाने पर ही लागु होती है तो में सिर्फ उसीके बारेंमे बताऊंगा सबसे पेहले हमारे तीनो दस्तावेज़ PAN Card, Aadhaar Card और बैंक डिटेल्स ये सभी में हमारा नाम बिर्थ डेट समान होना चाहिए
इसके अलावा हमारा Aadhaar Card हमारे मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए इसके बाद ही हम Account खोलने की आगेकी प्रोसेसिंग कर सकते है
इसके बाद सारे डॉक्यूमेंट हमे हमारे ब्रोकर के पास सबमिट करवाने पड़ेंगे और उसके बाद हमे दो बार हमारे रजिस्टर नंबर पर OTP आयेंगा उसे हमारे ब्रोकर के साथ शेर करना होंगा
आखिर में ऑनलाइन वीडियों वेरीफिकेशन (IPV) हमारे ब्रोकर के जरिये हमे हमारे रजिस्टर मोबाइल नंबर पर Message आयेंगा उसमे एक लिंक होंगी उसे ओपन करते ही हमारा PAN Card नंबर दिखेंगा उसके बाद हमें उसमे हमारा वीडियों वेरीफिकेशन देना पड़ेंगा उसमे खातेदार का नाम, PAN Card नंबर, Aadhaar Card नंबर और ब्रोकर कंपनी का नाम बोलना होंगा
उसके बाद दो से तिन प्रोसेसिंग दिनोमे हमारा Demat और Trading Account खुल जायेंगा उसके बाद आप शेयर बाजार में निवेश करके अच्छी कमाई कर सकते है
स्टॉक मार्केट अकाउंट कैसे चुनें :-
शेयर मार्केट में खाता खोलने के लिए हमने सभी दस्तावेज़ की जानकारी ली और ये भी जाना की नये नियमो से क्या – क्या फेरफार हुए है
स्टॉक ट्रेडिंग से जुडी सभी प्रकार की माहिती हमें हमारे ब्रोकर से ही मिलती है फिर चाहे हम हमारी ट्रेडिंग मोबाइल ट्रेडिंग एप्स के जरिये ही क्यों न करते हो
हमारे पिछलें दिन का ट्रेडिंग कॉन्ट्रैक्ट नोट जरुर दिया जाता है फिर चाहे वो फिसिकल बिल्स हो या Email and SMS के जरिये भेजी गई इनफोर्मेसन हो
सभी Trader (निवेशक) का यह अधिकार है की उन्हें अपने ट्रेडिंग की पूर्ण जानकारी मिले, तो अपने स्टॉक मार्केट Accounts के चुनाव में इस बात की अवश्य जाँच करें
शेयर बाजार एक एसी जगह है जहापर हम अपने मेहनत के पैसों को इन्वेस्ट करने के लिए चुनते है क्युकी बैंक के सेविंग खाते में पड़े पैसों का ब्याज दर आज इतना कम हो गया है की हम ना चाहते हुए भी हमें हमारी बचत को किसी एसी जगह निवेश करना होता है
जहा हमारे पैसों का उचित ब्याज के साथ हमारी लॉन्गटर्म इन्वेस्टमेंट का भी फायदा मिये इसके लिए हमे एसे ब्रोकर का चुनाव करना होंगा जो ट्रस्टेड (विस्वासु) हो और उसके चार्जीस भी उचित हो इसलिए मेने आपके लिए टॉप 20 की लिस्ट बनायीं है
जो आपको बेस्ट ब्रोकर की सर्विस प्रोवाइड करेंगी और साथ ही मेने दो आर्टिकल्स भी दिए हुए है जो आपको दोनों प्रकार की सेवाएँ मुहैया कराएँगे, Full – Service Stock Brokers and Discount Stock Brokers, तो चलिए शुरु करते हैं
निष्कर्ष :-
शेयर बाजार में खाता खुलवाने के लिए में आपको पेहले से लेकर खाता खुलजाने तक की पूरी विधि एक साथ ही बताऊंगा तो चलिए शुरु करते है
सबसे पेहले आपको शेयर बाजार की सामान्य नोलेज लेनी पड़ेंगी जो आपको हमारी वेबसाइट sharemarketwale.com के जरिये मिल जाएँगी
उसके बाद हमारे नजदीकी ब्रोकर का चयन करना पदेंगा ये इस लिए क्युकी ब्रोकर जितना पास और जाननेवाला होंगा उतना हमारे लिये अच्छा है
उसके बाद सभी जरुरी दस्तावेज़ इकठा करलेना है ये ध्यान जरुर रखे की दस्तावेज़ की सभी नक़ल A4 (Full Page) में होने चाहिए क्युकी उसमे ब्रोकर के और SEBI के स्टेम्प ड्यूटी लगते है
COVID – 19 के पेहले शेयर बाजार की Account Opening प्रोसेस काफी लेंधी होती थी उसमे Client को Account Opening फॉर्म में बहोत सारी सिग्नेचर करनी पड़ती थी मगर अब SEBI ने न केवल Account Opening प्रोसेस में बल्कि दुसरे भी काफी बदलाव किये है
Online Account Opening प्रोसेस यानि उस तरह की नहीं ये ब्रोकर के जरिये ही खुलता है मगर Online इसके बारेंमे हम दुसरे ब्लॉग (आर्टिकल) में विस्तार से जानेंगे इस प्रोसेस को ख़तम हो जाने पर वर्किंग 4 से 5 दिनोमे हमारा Trading और Demat Account खुल जायेंगा
उसके बाद आप शेयर बाजार में IPO भी भर सकते है और शेयर की खरीद – बिक्री यानि शेयर ट्रेडिंग भी कर सकते है तो बस आज के हमारे इस आर्टिकल (meaning of demat account in hindi) के साथ आप को शेयर मार्केट को समजने में मदद हुई हो तो इसे अपने दोस्तों और उन सभी को शेर करे जिन्हें शेयर बाजार सिखने में दिलजस्बी है इसे पूरा पढने के लिये धन्यवाद
डीमैट खाता क्या है?
स्टॉक मार्केट में Demat Account का भी उतना ही महत्व है जितना की Trading Account का होता है, इस खाते का इस्तेमाल शेयर बाजार में केवल शेयरों को डिपॉजिट करने के लिए किया जाता है यानि जिस किसी स्टॉक को डिलीवरी बेस ख़रीदा जाता है वह सेटलमेंट के बाद डीमैट खाते में जमा हो जाता हैं
ट्रेडिंग खाता क्या है?
स्टॉक मार्केट में Trading Account का बेहद महत्व माना जाता है क्योंकि उन्हीं खाते के द्वारा शेयर बाजार में शेयरों की खरीद – बिक्री (ट्रेडिंग) की जाती हैं और साथ ही स्टॉक मार्केट में हो रहे अन्य व्यवहारों में भी इसी खाते का इस्तेमाल होता है जैसे – All Type Statements, Calculation Ext.
डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं?
आमतौर पर Demat Accounts के दो प्रकार माने जाते हैं जिसमेसे पहला तो नॉर्मल डीमैट खाता जो हम सभी के लिए उपलब्ध है जो भारतीय निवासी है और जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते हैं और दूसरें का नाम प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Repatriable Demat Account) जो केवल NRI के निवेशकों के लिए उपलब्ध करवाया जाता हैं
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है?
स्टॉक मार्केट में Demat और Trading Account के बिच मुख्य क्या अंतर देखने को मिलता हैं तो सिम्पली डीमैट खाते का उपयोग शेयरों को सालों तक खुदकी निगरानी में सुरक्षित रखा जाता हैं जबकि ट्रेडिंग खाते का इस्तेमाल इसके नाम स्वरूप शेयरों में ट्रेडिंग करने के लिए किया जाता हैं
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोला जाता है?
आमतौर पर Demat और Trading Account को दो तरह से खुलवाया जा सकता हैं जिसमें दोनों ही की खातें खोलने की प्रक्रिया अलग – अलग हो सकती हैं तो पहला किसी ब्रोकर के जरिये जिसमें हमें केवल जरूरतों के डोक्युमेंट और कुछ आवश्यक प्रक्रिया के अलावा दूसरी सभी प्रोसेस ब्रोकर के द्वारा होती हैं और दूसरा किसी मोबाइल ट्रेडिंग ऐप्स के द्वारा जिसकी पूर्ण प्रोसेस हमें खुद करनी पड़ती हैं