Arbitrage Fund Meaning In Hindi

Arbitrage Fund Meaning In Hindi

arbitrage fund meaning in hindi

आर्बिट्राज फंड्स (Arbitrage Funds) एक प्रकार के इक्विटी आधारित हाइब्रिड फंड्स कहलाते है, यह फंड्स विभिन्न बाजारों की तुलना करके किसी एक सिक्योरिटी एसेट के बिच बने हुए कीमतों के अंतर का फायदा उठाते है तो इस प्रकार के फंड्स को सबसे सुरक्षित इक्विटी आधारित म्यूच्यूअल फंड्स की स्कीम में शामिल किया जाता है और साथ ही जिस वजह से इन्हें हाइब्रिड इक्विटी Mutual Funds भी कहा जाता है (arbitrage fund meaning in hindi)

Arbitrage Funds क्या है :-

आर्बिट्राज फंड में Debt Funds के मुकाबले टैक्स बेनिफिट ज्यादा मिलता है, Portfolio का एक छोटा सा हिस्सा डेब्ट को Allocated रहता है, आर्बिट्राज कैश मार्केट और डेरिवेटिव मार्केट में स्टॉक्स की कीमतों में रहे अंतर का लाभ लेने के लिए अपने फंड्स का इस्तेमाल करता हैं,

इस बात का जरुर ध्यान रखे की यह उन निवेशकों के लिए ही उचित ऑप्शन है जो कम जोखिम के साथ थोडे प्रॉफिट में संतुस्ट है और साथ ही आर्बिट्राज फंड्स की निवेश स्कीमों में कम से कम एक साल के निवेश फंड्स को एकदम उचित माना जाता है

इस फंड्स में टैक्स बेनिफिट इनकम फंड की जगह ज्यादा होता है, यदि आर्बिट्राज फंड्स की समय मर्यादा एक साल से ज्यादा है (उनकी स्कीम के समय पिरीयड के मुताबिक) तो इसमें एक साल के बाद कैपिटल गेन और इस पर मिलनेवाले Dividend पर कोई टैक्स नहीं लगता है, आमतौर पर ट्रेडर्स आर्बिट्राज फंड्स के किसी स्कीम में सीधा निवेश नहीं कर सकते है बल्कि उन निवेश करने के लिए एक फंड मैनेजर की आवश्यकता पड़ती है

Arbitrage Funds में कब निवेश करें

आमतौर पर मार्केट में किसी एक स्टॉक से रिलेटेड आर्बिट्राज फंड में निवेश का मौका तब मिलता है जब उस स्टॉक से रिलेटेड कोई न्यूज़ आती है या उस कंपनी के स्टॉक पर Quarterly या Annual Results डिक्लेयर होते है, आर्बिट्राज फंड्स इन्वेस्टमेंट पात्र है या नहीं यह केवल तभी पता चलता है जब वह न्यूज़ पॉजिटिव हो और उन कंपनी का रिजल्ट्स अच्छा आये

परिवर्तनशील बाजार में बहोत सी आर्बिट्राज फंड की ट्रेडिंग Opportunity होती है सिर्फ तभी इनके निवेशक परिवर्तनशील मार्केट में अपने सबसे अच्छे रिटर्न कमा पाते हैं, अब जबकि आर्बिट्राज फंड्स एक हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड्स है लेकिंन, इक्विटी इन्वेस्टमेंट से जुड़े कोई भी रिस्क आर्बिट्राज फंड्स में तो नहीं होते है क्योंकि एक आर्बिट्राज फंड मैनेजर आर्बिट्राज Opportunity से अपने रिटर्न कमाते है और इसी रिस्क Free निवेश की वजह से आर्बिट्राज फंड्स की तुलना Liquid Funds के साथ की जाती है, तो चलिए इन दोनों की तुलनात्मक रचना से किन फंड्स की स्कीम में ज्यादा प्रॉफिट बना पाते हैं

Arbitrage Funds का उदाहरण

इसको एक उदाहरण से समजे तो एक Financial Year (वित्तीय वर्ष) में कुल इक्विटी इन्वेस्टमेंट का रिटर्न 1 लाख से ऊपर चला जाता है तभी 10% के हिसाबसे Taxable रहेंगा और Long Term Capital Gain के साथ इक्विटी पर 10% का डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन का टैक्स भी शामिल रहेंगा जिसे म्यूच्यूअल फंड को भरना पड़ेंगा और जो पहले का सिक्योरिटी ट्रांजेक्सन टैक्स था वो वैसे का वैसा ही रहेंगा

तो यदि आर्बिट्राज फंड्स और लिक्विड फंड्स दोनों ही एक समान रिटर्न प्रदान करते है तो हमारे निवेश के Short Term Goals के लिए आर्बिट्राज फंड्स को चुनना चाहिए या लिक्विड फंड्स को यह हमारे लिए एक सवाल बन जाता हैं जिसे समजने के पूर्व हमें लिक्विड फंड्स के Taxation को समजना अनिवार्य है

लिक्विड फंड्स के निवेश की मिनिमम समय मर्यादा 3 साल की है तो यदि आप इनसे पहले अपने फंड्स को रिडिम कर लेते है तो आपके रिटर्न टैक्स स्लैब के मुताबिक Taxable रहेंगे और यदि अपने फंड्स को 3 साल पूरा होने के बाद रिडिम करते है तो उन रिटर्न पर 20% टैक्स लागु रहेंगा

Arbitrage Funds and Liquid Funds :-

लिक्विड फंड्स की ही तरह आर्बिट्राज फंड्स भी बाजार में रिटर्न कमा कर देते है मगर यह रिटर्न Equity Mutual Funds की तरह Taxation रहता हैं यदि आप अपने आर्बिट्राज फंड्स को एक साल पूरा होने से पहले ही रिडिम कर लेते हो तो आपकी बढ़त लाभ को Short Term Capital Gain कहा जायेंगा और इन गेन पर 15% के हिसाबसे Tax लागु होंगा

Equity MFs पर 2018 में Long Term Capital Gain Tax के द्वारा प्रस्तुत किया गया है ताकि इन Taxation के दायरे में आर्बिट्राज फंड्स को भी शामिल किया जाये, परंतु यदि आप अपने इक्विटी इन्वेस्टमेंट को एक साल पूरा होने के बाद रिडिम करते है तो आप उस निवेश पर Long Term Capital Gain बना पाएंगे और इन पर 1 अप्रैल, 2018 से Long Term Capital Gain Tax लागु होंगा

निवेश के लिए कोनसा फंड्स सही है :-

चलिए अब देखते है की आखिरकार Short Term के लिहाज से कोनसा फंड्स बेहतर है, यदि हमारा इन्वेस्टमेंट 5% के टैक्स स्लैब में आता है तो हमें कम समय अवधि के लिए लिक्विड फंड्स को चुनना चाहिए क्योंकि लिक्विड फंड्स के रिटर्न पर शोर्ट टर्म टैक्स स्लैब के अनुसार Taxation लागु होता है और यदि हम इसी स्थिति में आर्बिट्राज फंड्स को चुनते है तो उसमे 15% के हिसाबसे Taxation लागु होंगा जो हमारे टैक्स स्लैब से अधिक मालूम पड़ेंगा

यदि हमारे टैक्स का स्लैब 20% से 30% में है तो आर्बिट्राज फंड्स को चुने क्यूंकि जो टैक्स लागु होंगा वो हमारे टैक्स स्लैब से कम होंगा, आर्बिट्राज फंड्स का इस्तेमाल Parking Fund (Short Term PF) के स्वरूप में करना चाहिए क्योंकि शायद यह फंड्स हमें हमारी लंबी अवधि के लक्ष्यों को प्राप्त करने में इतने उपयोगी साबित ना हों

List of Top 10 Best Performing Arbitrage Funds :-

आर्बिट्राज फंड्स की लिस्ट को उनके पिछलें पांच साल के रिटर्न और उनके रैंक के हिसाबसे पसंद किया गया है जोकि भारत में सबसे अच्छा प्रदर्शन और रिटर्न प्रदान करने में सक्षम फंड्स हैं और साथ ही यह हाइब्रिड आर्बिट्राज फंड्स की श्रेणी में शामिल हैं

निष्कर्ष :-

तो दोस्तों हमने इस आर्टिकल (arbitrage fund meaning in hindi) में समजा की Arbitrage Funds क्या होते है, यह स्टॉक मार्केट अनुरूप कैसे प्रकाशित होते है, Arbitrage Funds और Liquid Funds में सामान्य तफावत क्या है जिसमे AF और LF का Taxation किस प्रकार होता है और साथ ही यह फंड्स किस प्रकार के रिटर्न अपने निवेशकों को देते हैं, टॉप 10 बेस्ट परफोर्मिंग आर्बिट्राज फंड की लिस्ट और Short Term Invesment में लिक्विड फंड्स बेहतर है उसी प्रकार Long Term Investment के लिए आर्बिट्राज फंड्स Are Best Option.

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