शेयर कैसे खरीदते है

शेयर कैसे खरीदते है

शेयर कैसे खरीदते है

शेयर बाजार में शेयर खरीदना और बेचना आपके पैसे का निवेश करने का एक रोमांचक और संभावित आकर्षक तरीका हो सकता है लेकिन नए निवेश करने वालों के लिए, प्रक्रिया भारी और भ्रमित करने वाली लग सकती है इतने सारे अलग-अलग प्रकार के स्टॉक, ब्रोकर और ट्रेडिंग रणनीतियों के साथ, यह जानना मुश्किल हो सकता है कि कहां से शुरू करें

इस लेख (शेयर कैसे खरीदते है) में, हम ब्रोकर चुनने से लेकर अपना पहला व्यापार करने तक, स्टॉक मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने के बारे में चरण-दर-चरण मार्गदर्शिका प्रदान करेंगे फिर चाहे आप एक अनुभवी निवेशक हैं जो अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करना चाहते हैं या बाज़ार में अपना पहला कदम उठाना चाहते हैं, यह मार्गदर्शिका आपको स्टॉक ट्रेडिंग की दुनिया में नेविगेट करने और अपने निवेशों के बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद करेगी

शेयर बाजार में शेयर कैसे खरीदें और बेचें ?

शेयर बाजार में शेयर खरीदना और बेचना पहली बार में कठिन लग सकता है, लेकिन वास्तव में यह काफी सीधा है यहां अनुसरण करने के लिए सामान्य चरण दिए गए हैं :-

ब्रोकरेज खाता चुनें – कई ब्रोकरेज खाते उपलब्ध हैं, इसलिए आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप एक को चुनना महत्वपूर्ण है शुल्क, खाता न्यूनतम, निवेश विकल्प और ग्राहक सेवा जैसे कारकों पर विचार करें, शेयर बाजार में निवेश के लिए पहली आवश्यकता एक कुशल ब्रोकर की होती है, आमतौर ब्रोकर्स के दो प्रकार होते हैं पूर्ण-सेवा दलाल और डिस्काउंट ब्रोकर

एक पूर्ण-सेवा ब्रोकर और एक डिस्काउंट ब्रोकर दो प्रकार की ब्रोकरेज फर्म हैं जो विभिन्न स्तर की सेवा प्रदान करती हैं और अलग-अलग शुल्क लेती हैं

Full-Service Broker

एक पूर्ण-सेवा ब्रोकर एक ब्रोकरेज फर्म है जो अपने ग्राहकों को निवेश सलाह, शोध रिपोर्ट, वित्तीय योजना और पोर्टफोलियो प्रबंधन सहित सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है, फुल-सर्विस ब्रोकर आमतौर पर डिस्काउंट ब्रोकर्स की तुलना में अधिक शुल्क और कमीशन लेते हैं, क्योंकि वे अपने ग्राहकों को अधिक व्यापक सेवाएं और व्यक्तिगत समर्थन प्रदान करते हैं, पूर्ण-सेवा दलालों को भी उच्च खाता न्यूनतम की आवश्यकता हो सकती है

Discount Broker

एक डिस्काउंट ब्रोकर, एक ब्रोकरेज फर्म है जो अधिक सीमित सेवाएं प्रदान करती है और कम फीस और कमीशन लेती है, डिस्काउंट ब्रोकर आमतौर पर निवेश सलाह या पोर्टफोलियो प्रबंधन प्रदान करने के बजाय अपने ग्राहकों के लिए ट्रेडों को निष्पादित करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं, डिस्काउंट ब्रोकर ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, अनुसंधान उपकरण और शैक्षिक संसाधनों की पेशकश कर सकते हैं, लेकिन वे आमतौर पर पूर्ण-सेवा दलालों के समान व्यक्तिगत समर्थन की पेशकश नहीं करते हैं

पूर्ण-सेवा और डिस्काउंट ब्रोकर दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान होते हैं और आपके लिए किस प्रकार का ब्रोकर सबसे अच्छा है, यह आपकी व्यक्तिगत जरूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगा यदि आप एक नए निवेशक हैं या यदि आपको अपने निवेशों के लिए अधिक मार्गदर्शन और समर्थन की आवश्यकता है, तो एक पूर्ण-सेवा ब्रोकर बेहतर विकल्प हो सकता है यदि आप अधिक अनुभवी हैं और अपने स्वयं के निवेश का प्रबंधन करना पसंद करते हैं, तो डिस्काउंट ब्रोकर अधिक लागत प्रभावी विकल्प हो सकता है

खाता खोलने की प्रक्रिया पूरी करें – दलाली खाता (Trading & Demat Account) खोलने के लिए, आपको आमतौर पर व्यक्तिगत जानकारी, जैसे आपका नाम, पता और सामाजिक सुरक्षा नंबर प्रदान करने की आवश्यकता होगी, आपको यह भी चुनना होगा कि आप अपने खाते में पैसे कैसे जमा करेंगे, जैसे कि अपने बैंक खाते को लिंक करके, अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करके साथ ही आधार और पैन कार्ड को लिंक करके स्टॉक मार्केट के दोनों अहम खातो को खुलवा सकते हैं

अनुसंधान स्टॉक – इससे पहले कि आप कोई स्टॉक खरीदें, अपना शोध करना महत्वपूर्ण है कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य, कमाई में वृद्धि और प्रतिस्पर्धी परिदृश्य जैसे कारकों पर विचार करें सूचित निर्णय लेने में आपकी सहायता के लिए आप वित्तीय वेबसाइटों और कंपनी रिपोर्ट जैसे उपकरणों का उपयोग कर सकते हैं

निर्धारित करें कि कितने शेयर खरीदने हैं – एक बार जब आप एक शेयर की पहचान कर लेते हैं जिसे आप खरीदना चाहते हैं, तो आपको यह तय करना होगा कि कितने शेयर खरीदने हैं, अपने बजट और आप कितना जोखिम उठाने में सहज हैं, जैसे कारकों पर विचार करें

अपना ऑर्डर दें – जब आप शेयर खरीदने के लिए तैयार हों, तो आप अपनी ब्रोकरेज फर्म को ऑर्डर दे सकते हैं आप कई प्रकार के ऑर्डर का उपयोग कर सकते हैं जिसको हमें निम्नलिखित मुद्दों पर विस्तार से समझां हैं –

  1. मार्केट ऑर्डर: यह ऑर्डर का सबसे सरल प्रकार है और यह आपके ब्रोकर को मौजूदा बाजार मूल्य पर शेयर खरीदने का निर्देश देता है
  2. लिमिट ऑर्डर: लिमिट ऑर्डर के साथ, आप वह अधिकतम मूल्य निर्दिष्ट करते हैं जो आप शेयरों के लिए भुगतान करने को तैयार हैं यदि स्टॉक की कीमत उस स्तर से ऊपर चली जाती है, तो आपका ऑर्डर भरा नहीं जाएगा
  3. स्टॉप ऑर्डर: स्टॉप ऑर्डर का उपयोग नुकसान को सीमित करने या लाभ को लॉक करने के लिए किया जाता है यदि स्टॉक की कीमत एक निश्चित स्तर से नीचे गिरती है, तो आपका ऑर्डर ट्रिगर हो जाएगा और आपके शेयर बिक जाएंगे

अपने निवेश पर नज़र रखें – शेयर ख़रीदने के बाद, उनके प्रदर्शन पर नज़र रखना ज़रूरी है इससे आपको कब बेचना है, इस बारे में सूचित निर्णय लेने में मदद मिलेगी, अप-टू-डेट रहने के लिए आप स्टॉक चार्ट और समाचार अलर्ट जैसे टूल का उपयोग कर सकते हैं

अपने शेयर बेचें – जब आप अपने शेयर बेचने के लिए तैयार हों, तो आप अपनी ब्रोकरेज फर्म को बेचने का ऑर्डर दे सकते हैं आपको यह बताना होगा कि आप कितने शेयर और किस कीमत पर बेचना चाहते हैं, याद रखें कि शेयर बेचने से पूंजीगत लाभ करों को ट्रिगर किया जा सकता है, इसलिए आपकी बिक्री के कर प्रभावों पर विचार करना महत्वपूर्ण है

संक्षेप में, शेयर बाजार में शेयर खरीदने और बेचने के लिए सावधानीपूर्वक शोध और विचार की आवश्यकता होती है, एक प्रतिष्ठित ब्रोकरेज खाता चुनना महत्वपूर्ण है, संभावित निवेशों पर अपना उचित परिश्रम करें और नियमित रूप से अपने पोर्टफोलियो की निगरानी करें, समय और अनुभव के साथ, आप एक सफल निवेश रणनीति विकसित कर सकते हैं जो आपके लिए कारगर हो

स्टॉक मार्केट में निवेश कैसे करें ?

तो दोस्तों आज का हमारा टॉपिक शेयर बाजार में इन्वेस्ट कैसे करें, इसके बारेंमे हैं और उनसे जुड़े कुछ तथ्यों के बारेंमे जानेंगे 

युतो हम किसी चीज यानि कोय इलेक्ट्रॉनिक गेजेट जैसे मोबाइल, लेपटॉप या गाड़ी जैसी चीजो को खरीदते समय हम उसके बारेंमे काफी रिसर्च करते है और क़ीमत भी सभी अलग – अलग कंपनी की कंपेर करके किसी निर्णय पर पहुच ते है

यानि छोटी से छोटी चीजों को पूरी तरह समजने के बाद करते है फिर ये तो हमारी मेहनत की कमाई है इसे हम बिना सोचे केसे निवेश कर सकते है 

खासकर तब जब निवेश हम शेयर मार्केट में करने की बात हो तब उसके बारेंमे अच्छी तरह जानकारी लेना ही समजदारी है, हम शेयर बाज़ार में इन्वेस्ट किस तरह कर सकते है और उसे कैसे बढ़ा सकते है तो चलिए सुरु करते है

शेयर बाजार में शेयर खरीदते और बेचते समय कुछ और बातों का ध्यान रखना चाहिए :-
  • जोखिमों को समझें – शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है और इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि आप पैसे कमाएंगे, जोखिमों को समझना और पैसे खोने की संभावना के लिए तैयार रहना महत्वपूर्ण है
  • अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं – जोखिम प्रबंधन का एक तरीका अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना है इसका अर्थ है विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के शेयरों में निवेश करना, अपने निवेश को फैलाकर, आप किसी एक स्टॉक या उद्योग में अपना जोखिम कम कर सकते हैं
  • अपने निवेश लक्ष्यों पर विचार करें – कोई भी स्टॉक खरीदने से पहले, अपने निवेश लक्ष्यों पर विचार करें, क्या आप लंबी अवधि के विकास या अल्पकालिक लाभ की तलाश कर रहे हैं? आपकी जोखिम सहनशीलता क्या है? अपने लक्ष्यों को समझने से आपको अधिक सूचित निवेश निर्णय लेने में मदद मिल सकती है
  • सूचित रहें – स्मार्ट निवेश निर्णय लेने के लिए, शेयर बाजार और जिन कंपनियों में आप निवेश कर रहे हैं, उनके बारे में सूचित रहना महत्वपूर्ण है, अप-टू-डेट रहने के लिए आप वित्तीय समाचार साइटों, न्यूज़लेटर्स और सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते हैं
  • घबराएं नहीं – शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का अनुभव होना आम बात है यदि आप देखते हैं कि आपके निवेश का मूल्य गिरता है, तो घबराना और सब कुछ बेचना आकर्षक हो सकता है हालाँकि, शांत रहना और अपनी दीर्घकालिक निवेश योजना पर टिके रहना महत्वपूर्ण है
  • फीस को ध्यान में रखें – जब आप स्टॉक खरीदते और बेचते हैं, तो आपकी ब्रोकरेज फर्म आमतौर पर कमीशन या शुल्क लेती है इन लागतों को अपने निवेश निर्णयों में कारक बनाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे समय के साथ बढ़ सकते हैं
  • पेशेवर सलाह लें – यदि आप निवेश करने के लिए नए हैं, या यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि कहां से शुरू करें, तो पेशेवर सलाह लेने पर विचार करें, एक वित्तीय सलाहकार आपके लक्ष्यों और जोखिम सहनशीलता के आधार पर एक व्यक्तिगत निवेश योजना बनाने में आपकी सहायता कर सकता है

स्टॉक मार्केट के दौर को समजे

सबसे पहले हमे शेयर बाजार के दौर को समजना होंगा हम सभी ये जानते है की शेयर बाजार में अनेकों कारणों से उतार – चढ़ाव होते है

फिर चाहे वो विदेश निति हो या फिर हमारे देश की कोई प्रमुख हलचल हो या कोई नई व्यापार निति हो इन जैसे कही वजह से शेयर मार्केट चलता है

जिनसे हम पहले शेयर बाजार के सिच्वेशन को समाजना होंगा की शेयर मार्केट किस तरफ मूवमेंट कर रहा है यानि उसमे खरीदारी का माहोल चल रहा है या बिकवाली का इसे समजने की आवश्यकता है

हाल के समय में Corona का कहर चारो और फेला हुआ है Covid – 19 ने पूरी दुनिया के शेयर मार्केट  को हिला कर रख दिया है पिछले एक साल में इस कोरोना ने पुरी दुनिया को अपनी हिरफ़ में ले लिया है

इस दौरान भारतीय शेयर बाजार में भी काफी उतार – चढ़ाव देखने को मिले है हालांकि यह शेयर बाजार के इतिहास की पहली गिरावट नहीं है इनसे पहले भी कही सारी गिरावट और उछाल देखने को मिल चूका हैं

मगर समय के चलते भारतीय शेयर मार्केट रिकवर भी हो चूका है शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का एक मंत्र जरुर याद कर लिजिये “सोच कर, समज कर, फिर इन्वेस्ट कर” तो चलिए इस मंत्र के साथ आगे बढ़ते है और इसे विस्तार से समजते हैं

स्टॉक मार्केट की स्थिति को समजे

स्टॉक मार्केट की पोसीशन को किस प्रकार समजना है इसे समजते है तो इसके लिए हमें Support and Resistance Level को समजना पड़ेंगा जिसे आप इस लिंक के जरिये हमारे उस आर्टिकल को समज सकते हैं

अब आगे हमें ये रिसर्च करनी होंगी की हमारे इन्वेस्टमेंट पर हमें किस प्रकार का रिटर्न यानि ब्याज मिलेंगा यानि हमें सभी प्रकार के इन्वेस्टमेंट प्लान को समज लेना चाहिए ताकि हमें ये स्पस्ट हो की किसमें इन्वेस्ट करने से हमें कितना रिटर्न मिलेंगा

एक खास बात याद रखे की उसमे रिस्क की मात्र क्या है तो चलिए बात करते है सभी इन्वेस्टमेंट के Types और उसमें होने वाले रिटर्न के बारेंमे सबसे पहले हम सभी प्रकार (Type) की पूरी सूचि देख लेते है उसके बाद हम उसपर चर्चा करेंगे

Types of Investment –

  1. Fixed Deposit – 7%
  2. Debt Fund – 6%
  3. Real Estate – 5%
  4. Gold (MCX) – 5%
  5. Saving Account – 4%
  6. Current Account – 0%
  7. Mutual Funds – 12%
  8. Stock Market – 18%

ऊपर दी गयी लिस्ट के अनुसार सभी निवेश के कुछ हद तक रिटर्न मिलते है तो चलिए इन सभी इन्वेस्टमेंट प्लान की तुलना एकदूसरे से करते है

सबसे पहले बात करते है Fixed Deposit की तो इसमें 7% का रिटर्न मिलता है और Debt Fund में 6% का रिटर्न मिलता है जिसके मुकाबले Real Estate और Gold (MCX)  में सिर्फ 5% का ही रिटर्न मिलता है

Real Estate यानि जमीन, मकान और फ्लेट की खरीद – बिक्री करना और MCX यानि Crudeoil, Naturalgas, Gold और Silver जैसे शेयर पर इन्वेस्ट करना चाहिए 

अब बात करते है Saving Account और Current Account की तो सेविंग खाते में सिर्फ 4% ही ब्याज मिल्ता है जो निवेश के द्रस्ती कोण से काफी कम है और करंट खाते में तो कोई ब्याज नहीं मिलता

अब बात करते है Higher रिटर्न की तो Mutual Funds में तकरीबन 12% का रिटर्न मिलता है और कभी – कभी मार्केट के अछे मूवमेंट के कारण 15% तक रिटर्न मिल सकता है जो अब तक का highest रिटर्न हैं

आखिर में है Stock Market इसमें हमें 18% से लेकर 20% तक का रिटर्न आसानी से मिल सकता है Mutual Fund और Stock Market इन दोनों में ज्यादा रिटर्न के साथ ज्यादा रिस्की भी है

क्यूंकि ये दोनों पूरी तरह से बाज़ार के आधीन है इस लिए इसमें निवेश करनेसे पहले पूरी जाँच पड़ताल करनी आवश्यक है हमने इन्वेस्टमेंट करने के सभी प्रकार को समजा इसीके साथ हमारे इस सफ़र में आगे बढ़ते है

इन्वेस्टमेंट प्रकार को चुनें

अब जब हमने इन्वेस्टमेंट के प्रकारों को समज लिया है तो अब आप को अपने निवेश पर कितना रिटर्न चाहिए और कौनसा इन्वेस्टमेंट Type आपके लिए बेस्ट है मगर अभी रुकिए अभी तो हमे बहुत कुछ सीखना बाकि हैं

क्यूंकि किसी महान व्यक्ति ने कहा है की “अधूरा ज्ञान नुकशानी के बराबर होता है” यानि आप यह सोच रहे है की Mutual Fund और Stock Market में सबसे ज्यादा रिटर्न मिलता है और सिर्फ उसीमे निवेश करना चाहिए तो आप बिलकुल गलत है

ऊपर दिए गए Types of Investment की लिस्ट के मुताबिक सभी इन्वेस्टमेंट प्लान अच्छे है बस आपको अपने हिसाब से चुनाव करना है ऐसा इसलिए है क्यूंकि जिसमे रिटर्न ज्यादा मिलता है उसमे नुकसानी का प्रमाण भी ज्यादा होता है       

हमने ऑल ओवर सभी इन्वेस्टमेंट के प्रकारों को जाना और किन – किन में कितना रिटर्न मिलता है यह जाना अब हमें मुख्य शेयर बाज़ार के दो इन्वेस्टमेंट प्लान (प्रकार) को अच्छी तरह समजना है पेहला है

Mutual Fund (Indirectly) और दूसरा है Stock Market (Directly) यानि बाज़ार में शेयर खरीद के इन दोनों को विस्तार से समज ते हैं

Mutual Fund (Indirectly) –

शेयर बाजार में इन्वेस्ट करने का यह एक बेहतरी उपाय है यानि यु कहे तो म्यूच्यूअल फंड उन निवेशको के लिए बेहद फायदेमंद है जिन्हें शेयर बाजार का ज्यादा ज्ञान नहीं यानि उसके लिए शेयर मार्केट बिलकुल नया है

तो पहले बात करते है की यह म्यूच्यूअल फंड होता क्या है तो म्यूच्यूअल फंड यानि एक प्रकार की संस्था होती है जो अपने इन्वेस्टरो को निवेश करने का आवाहन देती है और इसमें निवेश के परिणाम स्वरूप अपने क्लाइंट को कुछ ब्याज़ भी मुहैया कराती है

यह संस्था म्यूच्यूअल फंड्स के जरिये हमारे लगाये गए पैसों को शेयर बाजार में अलग – अलग कंपनी के शेयर को खरीद ते है यानि हमारे निवेश के जरिये अपने हिसाब से शेयर मार्केट में निवेश करते है

इसका एक फायदा यह है की इसमें नुकशानी ज्यादा नहीं उठानी पड़ती क्यूंकि इसमें किसी एक कंपनी के शेयर में इन्वेस्ट नहीं किया जाता इसकी पूरी रिसर्च टिम पुरे बाज़ार को एनालिसिस करके अच्छे रिटर्न देने वाले शेयरों की पसंदगी करते है और हमारे निवेश के कुछ प्रतिसत फ़ीस के तोर पर लेते है

यह चार्ज पहलेही नक्की किया होता है में आपके लिए जल्द ही Mutual Funds और SIP का पूरा आर्टिकल लेकर आऊंगा यह जानकारी सिर्फ Basic जानकारी के लिए है

Stock Market (Directly) –

शेयर बाजार को तो हम जानते ही है फिरभी हम शेयर मार्केट और म्यूच्यूअल फंड्स के बिच क्या अंतर है यह जानकारी एकत्रित करते है

स्टॉक मार्केट एक ऐसा इन्वेस्टमेंट प्लेटफ़ोर्म है जिसमे सभी कार्य हमारे मुताबिक होते है तानी हमें शेयर बाजार में कितने पैसे इन्वेस्ट करने है, किस समय पर इन्वेस्ट करने है, किन शेयरों में निवेश करने है और कितनी मात्रा में इन्वेस्ट करने है

इन सभी बातो को हमें खुद फेस करना पड़ता है इसमें हम अच्छे Dividend देने वाले शेयरों का चुनाव कर सकते है जबकि म्यूच्यूअल फंड में इसतरह के डिविडेंड की रक़म को शेर नहीं किया जाता है

यानि दुसरे शब्दों में कहे तो शेयर बाजार में निवेश करना डायरेक्ट प्रोसेस है जो हमें पूर्ण रूप से हमारे मुताबिक शेयर मार्केट में निवेश करने की अनुमति देता है

Cause of Risk Appetite (मनोवृति / वलन) –

  1. Knowledge (जानकारी)
  2. Dedicated Course
  3. Scandal and Frauds:- Like – Harshad Mehta Fraud, Ketan Parekh Fraud.

हम सभी ये बात जानते है की हमारे देश में अभी इतनी साक्षरता और टेक्नोलॉजी नहीं है जिसके चलते काफ़ी निवेशक ऐसे है जो दूसरों के कहने पर शेयर बाजार में खाता तो खुलवा लेते है मगर उसके बारेंमे पूरी जानकारी उसके पास नहीं होती

जिसके कारण शेयर मार्केट की कुछ अनिश्चितता के बारेंमे वो समज नहीं पाता और सिर्फ इसीके कारण उसे नुकशानी का सामना करना पड़ता है

इन सभी बातो का तर्क निकाले तो शेयर बाजार के ज्ञान के अभाव के कारण आज भी शेयर मार्केट में निवेश करने से डरते है और शेयर बाजार को एक नेगेटिव द्रष्टी से देखते है

एक सर्वे के मुताबिक भारत में कुल वस्ती के केवल 5% लोग शेयर बाजार में इन्वेस्ट करते है वही अमेरिका की बात करे तो उसके कुल वस्ती के लगभग 50% लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते है

क्यूंकि वहा के लोगो में स्टॉक मार्केट का सामान्य ज्ञान और स्टॉक मार्केट के प्रति उनके हकारात्मक वलन के चलते वहाके लोग स्टॉक मार्केट में पूर्ण विश्वास रखते है

जबकि हमारे देश में कही ऐसे Factors है जिसके चलते एक सामान्य आदमी अपनी मेहनत की कमाई को सिर्फ सेविंग Account तक ही  सिमित रखता है

Indian Stock Market’s Legend :-

  1. Rakesh Jhunjhunwala (Indian Warren Buffett)
  2. Raamdeo Agrawal
  3. Vijay Kedia
  4. Radhakishan Damani

अब जब शेयर बाजार की नेगेटिव बाते हो चुकी है तो चलिये कुछ ऐसे महान व्यक्तियों के बारेंमे बात करते है पहले उस व्यक्ति के बारेंमे जानते है जिसने न केवल स्टॉक मार्केट को समजा बल्कि पुरे विश्व में आज स्टॉक मार्केट के पिता के नाम से जाने जाते है

जिसका नाम है वोरन बफेट (Warren Buffett) जिन्होंने कम उम्र में ही स्टॉक मार्केट को अच्छी तरह समज लिया था और उसमे उन्होंने बेहद उची कामयाबी हासिल की है

हम Warren Buffett के बारेंमे एक अलग आर्टिकल में विस्तार से समजेगे जैसे Warren Buffett अमेरिका के महान स्टॉक इन्वेस्टर है उसी तरह हमारे देश में भी कही ऐसे खिलाड़ी है (Legend of Stock Market) तो चलिए उन सभी के नाम जानते है

निष्कर्ष

अंत में, शेयर बाजार में शेयर खरीदना और बेचना नौसिखियों के लिए एक कठिन काम लग सकता है, लेकिन सही ज्ञान और उपकरणों के साथ, यह एक सरल और पुरस्कृत प्रक्रिया हो सकती है कोई भी व्यापार करने से पहले, अपना शोध करना और शेयर बाजार में निवेश करने के संभावित लाभों को समझना महत्वपूर्ण है

आपको एक विश्वसनीय ब्रोकर या ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म भी चुनना चाहिए जो आपकी आवश्यकताओं और बजट के अनुकूल हो, एक बार जब आप एक खाता खोल लेते हैं और धनराशि जमा कर लेते हैं, तो आप अपने ब्रोकर या ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से शेयर खरीदना और बेचना शुरू कर सकते हैं

याद रखें कि हमेशा अपने निवेश पर नज़र रखें, बाज़ार के रुझान पर नज़र रखें और अपने पोर्टफोलियो को आवश्यकतानुसार समायोजित करें धैर्य, अनुशासन और एक ठोस निवेश रणनीति के साथ, आप अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं और शेयर बाजार की रोमांचक दुनिया में एक सफल पोर्टफोलियो बना सकते हैं

अब जबकी हमने शेयर बाजार के इन्वेस्टमेंट पर इतनी चर्चा कर ली हैं तो अब आप इसमें सफलतापूर्वक निवेश कर सकते है, क्योंकि हमने इस टोपिक पर जाना की स्टॉक मार्केट में आखिरकार निवेश किस पराक्र किया जाता हैं जिसमे हमने स्टॉक मार्केट के दौर और स्थिति को समजा साथ ही अलग – अलग प्रकार के इन्वेस्टमेंट प्लान देखे जिसमे म्यूच्यूअल फंड में परोक्ष रूप से और स्टॉक मार्केट के जरिये सीधे निवेश किया जाता हैं 

अगर आपको मेरा यह आर्टिकल (शेयर कैसे खरीदते है) अच्छा लगा हो तो अपने रिलेटिव और अपने दोस्तों से जरुर शेर करे फिर मुलाकात होंगी ऐसे ही शेयर मार्केट के दुसरे टॉपिक के साथ तबतक के लिये धन्यवाद

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Hello friends, currently I am working in the stock market operating as well as blogging through this wonderful website.

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