Electronic Trading Platform In Hindi

Electronic Trading Platform In Hindi

electronic trading platform in hindi

आज हम स्टॉक मार्केट के बेहद ही अहम माने जानेवाले ट्रेडिंग स्ट्रक्चर यानि ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ जिसे ‘ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ के नाम से भी जाना जाता है, उसके बारेंमे विस्तार से चर्चा करेंगे (electronic trading platform in hindi)

Electronic Trading Platform क्या हैं

‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ जिसे एक अधुनिक टेक्नोलॉजी भी कहा जाता है जिसके जरिये हम बड़ी ही आसानी से स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने का लाभ ले सकते हैं तो चलिए बिना किसी दैरी के इसको पूर्ण विस्तार के साथ समझते हैं

यह एक्सचेंज का ट्रेडिंग प्लेटफार्म हैं

एक बात को अवश्य नोटिस करें की इस टोपिक में हम किसी ब्रोकर्स के ट्रेडिंग प्लेटफार्म या किसी ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर की बात नहीं करेंगे बल्कि आज हम इंडियन स्टॉक मार्केट के ‘Electronic Trading Platform’ की बात करनेवाले हैं

वैसे यदि आप भारतीय शेयर बाजार के शुरुआती ट्रेडिंग प्रक्रिया को समजना चाहते है तो मेरे इस आर्टिकल About Stock Market In Hindi में आप पुराने ट्रेडिंग प्रोसेस को समज सकते है जिनसे आपको इस टोपिक में भी पकड़ मिलेंगी

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म किसे कहतें हैं

तो ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ यह एक कंप्यूटरीकृत प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर है जिनके कई प्रकारों और सुविधाओं के आधार पर इनके वर्जन होते है जो पूरी तरह से SEBI के दिशा – निर्देश पर तैयार किया हुआ होता है

साथ ही स्टॉक एक्सचेंज के कन्ट्रोल में प्रसारित यह स्टॉक मार्केट में लिस्टेड हजारों कंपनीयों के स्टॉक्स पर रोज़ाना लाखों – करोड़ों शेयरों का ट्रेडिंग (कारोबार) करनेवाला एक पूरा सिस्टम होता है जिसे ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ कहा जाता है

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कहां उपयोगी हैं ?

यह एक ऐसा ट्रेडिंग सिस्टम एवं सॉफ्टवेयर है जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते निवेशक और ब्रोकिंग व्यापारियों को वितीय मध्यस्थ के माध्यम से व्यापार यानि शेयर ट्रेडिंग करने और उनसे जुड़े खातो की निगरानी करने में मदद करता है

आमतौर पर ट्रेडिंग प्लेटफार्म सिर्फ शेयरों की ट्रेडिंग के लिए ही नहीं बल्कि दूसरे बहोत से उपयोग के लिए है जैसे की; रियल – टाइम रिकॉर्ड देखने, कंपनीयों के स्टॉक चार्जिंग टूल्स, व्यापार जगत के सभी प्रकार के न्यूज़ फीड देखने और स्टॉक ट्रेडिंग से सबंधित सभी प्रकार की सेवाएँ प्रदान करता हैं

स्टॉक मार्केट के निवेश प्लेटफार्म

इसके जरिये बहोत से ट्रेडिंग प्लेटफार्म में निवेश किया जा सकता है जैसे की; स्टॉक, बांड, करेंसी, कमोडिटी, डेरिवेटिव और अन्य कई प्रकार के कारोबार (ट्रेडिंग) कर सकते हैं

वितीय मध्यस्थ के रूप में ब्रोकर्स, निवेश बैंकिंग और स्टॉक एक्सचेंजीस जैसी संस्थाए इस प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म का उपयोग करने की अनुमति देते हैं

ट्रेडिंग प्लेटफार्म एक प्रकार का सोफ्टवेयर उपकरण हैं जिस की मदद से हम बाज़ार की स्थिति को प्रबंधित कर सकते है और साथ ही उन्हें निष्पादित करने के लिए भी किया जाता है

यह ट्रेडिंग प्लेटफार्म स्टॉक मार्केट के शुरुआती निवेशकों के लिए निवेश का एक सरल और सुरक्षित स्थान प्रदान करता है उनके निवेश सेवाओं में स्टॉक्स की लाइव स्ट्रीमिंग और उनके चार्ट के जरिये उनको बेहतर समजने का जरिया हैं

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म की बुनियादी बातें

इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म की कुछ बुनियादी बातोँ को समजते है, इनके जरिये शेयरों में ट्रेडिंग की शुरुआत वर्ष 1970 के दशक से मार्केट के कुछ बड़े हिस्सों के द्वारा‘ इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम’ की रचना की यानि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के जरिए ही पहलीबार ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ की शुरुआत की थी

भारतीय शेयर बाजार का समयकाल जेसे – जेसे बीतता गया वेसे – वेसे शेयरों के ट्रेडिंग सिस्टम में ओर सुधार और विकास होता गया, एक दिन ऐसा भी आया जब कम्प्यूटर के माध्यम से इंटरनेट का उपयोग करके स्टॉक ट्रेडिंग सिस्टम को कीमतों की लाइव स्ट्रीमिंग और ऑर्डर के तत्काल निष्पादन के साथ – साथ अंतर्निहित नेटवर्क के रूप में इंटरनेट का प्रयोग किया जाने लगा

इनकी मदद से कही भी ट्रेडिंग कर सकते हैं

स्टॉक मार्केट के ट्रेडर्स इस ट्रेडिंग प्लेटफार्म की सेवाओं का कही भी लाभ ले सकते है यानि भारतीय नागरिक होने पर ट्रेडर अपनी ट्रेडिंग को दूसरे देश में भी कर सकते है फिर चाहे वो खुद ट्रेड करे या अपने ब्रोकर के जरिये ट्रेडिंग करे

स्टॉक ट्रेडिंग के इन प्लेटफार्म की मदद से दूर जगहों पर रहते हुए भी किया जाने लगा, इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म अपनी विशेष सेवाओं में Script Tool जिसकी मदद से निवेशक इसका इस्तेमाल अपनी खुदकी ट्रेडिंग के लिए करे और वो भी बिना किसी ब्रोकर के जिसे ‘एल्गोरिथम ट्रेडिंग सिस्टम’ कहा जाता है

इसके विकास में वर्ष 2001 से लेकर वर्ष 2005 में ट्रेडिंग प्लेटफार्म का विकास और प्रसार ने समग्र ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल्स की  स्थापना को देखा और इसे किसी एक संस्था तक सीमीत होने के बजाय इसको एक पूर्णरूप ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफार्म’ उभर कर आया है जिसके विकास की गति और भी स्पीड से चालू हैं

Sharing Is Caring:  

Hello friends, currently I am working in the stock market operating as well as blogging through this wonderful website.

Leave a Comment