Stock Market Index Meaning In Hindi
हेल्लो दोस्तों आज हम इस आर्टिकल (stock market index meaning in hindi) में स्टॉक मार्केट इंडेक्स यानि शेयर बाजार सूचकांक क्या होता हैं उसको हम विस्तारपूर्वक समझनेवाले है वैसे आप मेसे कुछ लोग यह जानतें ही होंगे की भारतीय शेयर बाजार के दो अहम एक्सचेंजीस BSE – NSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज – नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) न केवल इंडिया बल्कि पुरे विश्वभर में प्रमुख एक्सचेंजों मेसे हैं, Index को समझने के पूर्व सबसे पहले हमें यह समझना होंगा की आखिरकार स्टॉक मार्केट में एक इंडेक्स की आवश्यकता कैसे उत्पन्न होती हैं जिसको हम काल्पनिक अवलोकन के उदाहरणों के माध्यम से समझते हैं तो चलिए बिना किसी देरी के इस टोपिक को शुरू करते हैं
उदाहरण के साथ समझें की इंडेक्स क्यों है :-
स्टॉक मार्केट में इंडेक्स यानि (stock market index meaning in hindi) सूचकांक एक बेहद ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं, इंडेक्स क्या होता है उसको प्रेक्टिकल स्वरूप में समझने के पूर्व हमें इसके कुछ उदाहरणों को समझना पड़ेंगा जिसके माध्यम से भी हम यह समझ पाएँगे की स्टॉक मार्केट में एक इंडेक्स का क्या महत्व होता हैं साथ ही उन्ही में हम आगे यह भी समझेंगे की इंडेक्स क्या होता हैं इसके लिए सबसे पहले हमें इसके एक काल्पनिक उदाहारण को समझना पड़ेंगा तो चलिए इसे शुरू करें
इंडेक्स का एक काल्पनिक उदाहरण
तो चलिए उदाहारण के साथ समझें की शेयर बाजार में एक सूचकांक की क्या जरूरत होती है तो मानलीजिये की आपसे कोई पूछता है की आपके शहर में भोजन के लिए कितने प्रसिद्ध स्थान (होटल) हैं
तो आप उनसे पूछेंगे की आप Vegetarian Hotel की बात कर रहे है या Non – Vegetarian Hotel की जिसके बाद भी आपके सामने बहोत सारे ऑप्शन्स मोजूद होंगे उनमे भी कई सारी अलग – अलग कैटेगरी होंगी
इन सभी के चलते आप अपने शहर के केवल उन्ही कुछ Hotels का सुझाव देना पसंद करेंगे जो वाकई में प्रसिद्ध हैं
अब इनसे आपका कार्य औरभी सरल हो जायेंगा क्योंकि यदि हम सिर्फ शाकाहारी होटलों की बात करें तो उनकी संख्या भी शहर में बहोत होंगी जिसको बताना बेहद कठिन होंगा तो Example को हम स्टॉक मार्केट के इंडेक्स के साथ जोड़ कर देखते हैं
शेयर बाजार में कोई सूचकांक नहीं का उदाहरण समझें
अब मानलीजिये की स्टॉक मार्केट में इंडेक्स नाम की कोई चीज नहीं है जिसके पश्चात आपसे कोई स्टॉक मार्केट की वर्तमान पोजीशन पूछता हैं की आज स्टॉक मार्केट कैसा प्रदर्शन दिखा रहा हैं यानि किन सेक्टरों के शेयरों में तेज़ी है या मंदी का माहोल हैं
अब दुसरे लेवल पर शेयरों के सख्यां की बात करे तो ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ (BSE) में तकरीबन 5000 से अधिक शेयर्स लिस्टेड हैं और वही ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ (NSE) में लगभग 1900 जितने शेयर्स सूचीबद्ध हैं
अब इन सभी शेयरों को पर्सनली वन बाय वन देखना की कौन सा शेयर किस सेक्टर के तहत आता है और वह मार्केट में कैसा परफॉर्म कर रहा हैं यह नोटीस करना बेहद लेंथी, समय की बचत करने के विपरीत और केवल उसी समय के लिए उपयोगी होना हैं
उपरोक्त दिए गए कार्य की कठिनाई को देखते हुए इसे थोडा आसान करने की कोशिश करते हैं तो उसकी जगह एक आसान तरीका यह भी होंगा की पहले BSE और NSE दोनों मेसे केवल एक ही एक्सचेंज पर इस परीक्षण का इस्तेमाल करें
तो इसके लिए NSE को पसंद करते है जिसका जवाब देने की जरूरत तो नहीं हैं तो इस एक्सचेंज में 15 से 20 सेक्टरों मेसे कुछ अहम, बुनियादी, अच्छे पूंजीकरण वाली कुछ कंपनीयों के स्टॉक की पोजीशन पता करनी पड़ेंगी की किन शेयरों में ज्यादा खरीदारी चल रही है या ज्यादा बिकवाली हो रही है या दोनों की एवरेज पोजीशन है
इसका मतलब उन शेयरों में बढ़ोतरी हो रही है या गिरावट देखने को मिल रही है, इन्हीं के आधार स्वरूप आप यह समझ सकते है की स्टॉक मार्केट में कैसा प्रदर्शन हो रहा हैं
शेयर बाजार में एक सूचकांक का उदाहरण समझें
अब समझते है की स्टॉक मार्केट में इंडेक्स नाम की कोई चीज हैं जिसके चलते स्टॉक मार्केट की Live पोजीशन को Detect कर सकते हैं
तो जैसा की हम जानते है की स्टॉक मार्केट के दो अहम इंडेक्स Sensex और Nifty हैं उपरोक्त पैराग्राफ में हमने केवल NSE को महत्व दिया था इसमें हम दोनों को साथ लेकर स्टॉक मार्केट के लिए इंडेक्स की आवश्यकता को साबित करेंगे
तो जैसा की हमने आगे जाना की स्टॉक मार्केट में तकरीबन 7000 से भी अधिक कंपनीयों के स्टॉक लिस्टेड हैं अब इंडेक्स को केवल आप Sensex और Nifty के दृष्टिकोण से ही नहीं बल्कि स्टॉक मार्केट के अलग – अलग 15 से 17 सेक्टरों के विशिष्ट Indices के नजरिये से भी देख सकते हैं इस मुद्दे को आप आगे विस्तार से समझेंगे
तो अब आते है हमारे इस मुद्दे पर इनसे पहले हमने वाले पैराग्राफ में हमने समझां था की इंडेक्स ना होने पर हम किस प्रकार स्टॉक मार्केट की पोजीशन को पता लगा सकते हैं अब इन्ही उदाहरण के स्वरूप इंडेक्स होने की स्थिति को समझेंगे
Index (सूचकांक) क्या है :-
शेयर बाजार के दो मुख्य सूचकांक Sensex और Nifty जिसमे सेंसेक्स को मुख्य सूचकांक और निफ्टी को भविष्य आधारित सूचकांक कहा जाता हैं
सेंसेक्स में बीएसई के कुल 15 सेक्टरों मेसे अहम 30 कंपनीयों के स्टॉक को शामिल किया गया हैं जबकि निफ्टी में एनएसई के कुल 17 सेक्टरों मेसे अहम 50 कंपनीयों के स्टॉक को शामिल किया गया हैं
इनसे थोड़ा आगे बढ़े तो Bank Nifty में बैंकिंग सेक्टर की अहम 12 बैंकों के स्टॉक को शामिल किया गया हैं
अब इन स्टॉक्स को ऐसे ही तो शामिल नहीं किया जाता हैं उन शेयरों में कुछ ऐसी खासियते होनी चाहिए जो दुसरे शेयरों में नहीं पाई जाती फिलहाल इस मुद्दे को हम आगेवाले पैराग्राफ में पूर्ण करेंगे तो इन सभी महत्वपूर्ण शेयरों के समूह (ग्रुप) को इंडेक्स (सूचकांक) के नाम से जाना जाता हैं
S&P (Standard & Poor’s) क्या हैं ? :-
एसएंडपी का पूरा नाम ‘स्टैंडर्ड एंड पूअर्स’ हैं यह एक ऐसी संस्था है जिसके द्वारा एक प्रमुख इंडेक्स का निर्माण किया जाता हैं यानि यह कंपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय बाजार के सूचकांकों के निर्माण का मुख्य कार्य करती हैं
‘स्टैंडर्ड एंड पूअर्स’ संस्था की स्थापना वर्ष 1860 में हुई थी जिसके बाद वर्ष 2016 से इसका नाम S&P Global के नाम से प्रसिद्ध हुआ, S&P सबसे बड़ी क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों में से एक माना जाता हैं
‘स्टैंडर्ड एंड पूअर्स’ (S&P) की संस्था ने ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ (BSE) को लाइसेंस प्रदान किया हुआ है जिसकी वजह से S&P BSE के नाम से जाना जाता हैं और साथ ही इसके अहम इंडेक्स के तौरपर S&P500 Index को जाना जाता हैं
Index का निर्माण कैसे होता हैं ? :-
तो आमतौर पर इंडेक्स यानि सेंसेक्स और निफ्टी जिसको बनाने की प्रक्रिया तो बेहद ही लेंथी और प्रोसेसिंग वाली है मगर हमारे लिए उसे समझना बेहद ही सरल होनेवाला हैं तो चलिए इसे समझते है
वैसे अबतक हम यह समझ चुके हैं की स्टॉक मार्केट को कोईभी Indices हो फिर चाहे वो सेंसेक्स हो या निफ्टी उनमे शामिल होनेवाले शेयरों की सख्यां पहलेसे ही नक्की होती हैं और दूसरी बात की उनमे किसी भी सेक्टर्स के प्रमुख स्टॉक को ही शामिल किया जाता हैं क्योंकि भले ही वह स्टॉक उस सेक्टर के टॉप कंपनी का हों मगर ग्लोबल तेजी / मंदी हो या क्षेत्रीय तेजी / मंदी हो उस कंपनी के स्टॉक पर इसका थोड़ा – बहोत प्रभाव जरुर देखने को मिलेंगा
तो अब बात रही इंडेक्स कैसे बनाया जाता है तो एक सूचकांक का निर्माण उनमे शामिल होनेवाली कंपनीयों के स्टॉक Weightage यानि उनके महत्वता के आधार पर नक्की किया जाता हैं इसका यह मतलब है की इंडेक्स में उस स्टॉक का महत्व दुसरे स्टॉक्स की तुलना में कितना हैं
अब किसी भी इंडेक्स में शामिल स्टॉक का Weightage कैसे पता करें ? तो सबसे पहले तो स्टॉक की मार्केट वैल्यूएशन पता की जाती हैं जब उसकी मार्केट वैल्यूएशन सूचकांक में शामिल होने लायक होंगी उसकेबाद का स्टेप ‘फ्री – फ्लोट बाजार पूंजीकरण’ का होंगा, जिस स्टॉक का कैलकुलेशन इंडेक्स में शामिल सभी शेयरों से ज्यादा होंगा उसका Weightage उतना ही ज्यादा होंगा और जिस स्टॉक का कैलकुलेशन इंडेक्स में शामिल सभी बाकि के शेयरों से कम होंगा उसका Weightage उतना ही कम होंगा
Stock Market Indices List (शेयर बाजार सूचकांक सूची) :-
तो चलिए अब स्टॉक मार्केट Indices की List (सूचि) को एक Table of Content के माध्यम से समझते हैं जिसमे BSE और NSE दोनों एक्सचेंजों में शामिल अहम सूचकांको के नाम की सूचि देखे और साथ ही उनके Current Market Price को भी देखटे हैं
BSE (Bombay Stock Exchange) | NSE (Nation Stock Exchange) | ||
Indices | CMP | Indices | CMP |
SENSEX | 51,300 | NIFTY | 15,300 |
BSE MIDCAP | 21,300 | NIFTY BANK | 32,750 |
BSE SMALLCAP | 24,200 | NIFTY MIDCAP 100 | 25,900 |
BSE BANKEX | 37,700 | NIFTY SMALLCAP 100 | 8,300 |
BSE BASIC MATERIAL | 4,500 | NIFTY AUTO | 10,800 |
S&P BSE INDUSTRIALS | 5,000 | NIFTY IT | 26,700 |
BSE CDGS | 4,900 | NIFTY PSU BANK | 2,350 |
BSE ENERGY | 7,650 | NIFTY FINANCIAL SERVICE | 15,000 |
BSE IT | 27,150 | NIFTY PHARMA | 11,800 |
BSE TELECOM | 1,500 | NIFTY FMCG | 36,250 |
BSE UTILITIES | 3,200 | NIFTY METAL | 4,700 |
BSE AUTO | 24,700 | NIFTY REALTY | 380 |
BSE CONS DURABLES | 33,800 | NIFTY MEDIA | 1,850 |
BSE CAP GOODS | 25,230 | NIFTY ENERGY | 24,150 |
BSE FMCG | 13,250 | NIFTY PRIVATE BANK | 16,500 |
BSE METAL | 15,900 | NIFTY INFRASTRUCTURE | 4,500 |
BSE OIL AND GAS | 17,200 | NIFTY COMMODITIES | 4,950 |
BSE REALTY | 3,000 | NIFTY CONSUMPTION | 6,380 |
BSE POWER | 3,800 | NIFTY PSE | 3,750 |
BSE FINANCE | 7,000 | NIFTY SERVICES SECTOR | 20,500 |
BSE HEALTHCARE | 21,000 | NIFTY CONSUMER DURABLE | 22,200 |
BSE TECK | 12,400 | NIFTY HEALTHCARE | 7,300 |
BSE PSU | 7,800 | NIFTY OIL AND GAS | 7,350 |
BSE PRIVATE BANK | 12,350 | NIFTY INDIAN MFG | 7,000 |
निष्कर्ष :-
तो दोस्तों हमने इस आर्टिकल (stock market index meaning in hindi) के माध्यम से क्या – क्या सिखा, स्टॉक मार्केट में इंडेक्स (सूचकांक) का क्या महत्त्व होता हैं यह तो आप अच्छी तरह समझ चुकें होंगे साथ ही इंडेक्स क्या होता हैं उसको हमने बड़ी सरल भाषा में उदाहरणों से साथ समझाने की कोशिश की हैं, S&P (स्टैंडर्ड एंड पूअर्स) क्या होता है यह भी समझां, स्टॉक मार्केट में इंडेक्स का निर्माण किस प्रकार किया जाता हैं यह भी जाना और आखिर में Indices की पूर्ण लिस्ट और उनमे शामिल शेयरों के सेक्टर्स की उनके Weightage के साथ एक सूचि को देखा इसी के साथ हमारा यह टोपिक यही समाप्त होता हैं, धन्यवाद
स्टॉक मार्केट इंडेक्स क्या है ?
शेयर बाजार के दो मुख्य सूचकांक Sensex और Nifty जिसमे सेंसेक्स को मुख्य सूचकांक और निफ्टी को भविष्य आधारित सूचकांक कहा जाता हैं
सेंसेक्स में बीएसई के कुल 15 सेक्टरों मेसे अहम 30 कंपनीयों के स्टॉक को शामिल किया गया हैं जबकि निफ्टी में एनएसई के कुल 17 सेक्टरों मेसे अहम 50 कंपनीयों के स्टॉक को शामिल किया गया हैं इन सभी महत्वपूर्ण शेयरों के समूह (ग्रुप) को इंडेक्स (सूचकांक) के नाम से जाना जाता हैं
स्टॉक मार्केट इंडेक्स क्या दर्शाता है ?
शेयर मार्केट में कितनी कंपनियां हैं ?
शेयरों के सख्यां की बात करे तो ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ (BSE) में तकरीबन 5000 से अधिक शेयर्स लिस्टेड हैं और वही ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ (NSE) में लगभग 1900 जितने शेयर्स सूचीबद्ध हैं जिनसे स्टॉक मार्केट में तकरीबन 7000 से भी अधिक कंपनीयों के स्टॉक लिस्टेड हैं
इंडेक्स कैसे बनाया जाता है ?
इंडेक्स कैसे बनाया जाता है तो एक सूचकांक का निर्माण उनमे शामिल होनेवाली कंपनीयों के स्टॉक Weightage यानि उनके महत्वता के आधार पर नक्की किया जाता हैं इसका यह मतलब है की इंडेक्स में उस स्टॉक का महत्व दुसरे स्टॉक्स की तुलना में कितना हैं