ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं

Option Trading यह भी स्टॉक मार्केट का एक उम्दा ट्रेडिंग सिस्टम है जिसमे डेरिवेटिव मार्केट के जरिये भविष्य के अनुबंधों का इस्तेमाल करके इनकें खरीदार और विक्रेता के बिच एक विकल्प को स्थापितं करकें किये जानेवाले ट्रेडिंग को ऑप्शन ट्रेडिंग कहा जाता है वैसे यह व्याख्या मेरे आधीन है साथ ही ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होता है इसके पर एक Separate आर्टिकल पहलेसे पब्लिश है, इस टोपिक (ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं) में हम जानेंगे की आखिरकार ऑप्शन्स में ट्रेडिंग कैसे की जाती है तो चलिए शुरू करते हैं

ऑप्शन मार्केट की सामान्य बातें

ऑप्शन्स में ट्रेडिंग करने से पहले हमें और कई मूल बातोँ को समजना पड़ेंगा यानि सामान्य शब्दों में कहे तो हमें फिरसे इसकी सामान्य बातोँ की जानकारियों को एकत्रित करना पड़ेंगा क्योंकि तभी हम ऑप्शन ट्रेडिंग को समज और उनमे सफलतापूर्वक ट्रेड कर सकते है (ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं) तो चलिए वन बाय वन समजते है

  • विकल्प (ऑप्शन) भी एक प्रकार के डेरिवेटिव होते है जो एक अंतर्निहित साधनों से अपना मूल्य प्राप्त करते है
  • ऑप्शन्स के ट्रेड में अनुबंध समाप्त होने से पहले निवेशकों को खरीदने या बेचने का दायित्व नहीं देता जाता है
  • ऑप्शन्स को आमतौर पर स्ट्राइक प्राइस पर ख़रीदा और बेचा जाता है
  • खुदरा निवेशकों के लिए ऑप्शन्स में किसी एक निश्चित मात्रा में कारोबार करने में मदद मिलती है
  • ऑप्शन्स को यदि फ्यूचर्स की तुलना में देखें तो यह ट्रेड करने के लिए काफी कम जोखम भरा होता है
  • ऑप्शन्स के खरीदारों को असीमित लाभ लेकिन सीमित हानि के साथ कारोबार की सेवा प्रदान करता है
  • विकल्प में केवल विक्रेता अपने अनुबंधों का सम्मान करने के लिए बाध्य होता है
  • ऑप्शन्स में ट्रेड करने के लिए फ्यूचर्स की तुलना में बेहद कम मार्जिन की आवश्यकता होती है क्योंकि यह उनसें काफी कम जोखिम पर कारोबार करता है
  • ऑप्शन्स में नुकसानी सीमित होती है जबकि फ्यूचर्स में असीमित हानी की संभावना के साथ कारोबार करना होता है

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें

तो चलिए दोस्तों अब हम इस आर्टिकल के अहम टोपिक पर पहुच चुकें है जिसमे हम समजेंगे ऑप्शन्स ट्रेडिंग को कैसे किया जाता है और वो भी उनकें उदाहरणों के साथ मगर ऑप्शन्स में ट्रेडिंग की शुरुआत ऐसे ही नहीं की जाती है उनसे पहले हमें कई चीजों को जानना और समजना पड़ता है

साथ ही उनके कुछ पैरामीटर्स को भी ध्यान में रखना होता है जैसे की –

  • इनमे ट्रेडिंग युक्त एक खाते की समीक्षा करनी पड़ती है
  • इसके आवश्यक नियमों को समजना पड़ता है ताकि भविष्य में ट्रेडिंग करते समय हमारें मनमे किसी प्रकार का कोई सवाल उपस्थित ना हों
  • इनमे ट्रेडिंग के स्वरूप होनेवाले प्रॉफिट और लोस के पैरामीटर को भी समजना बेहद जरुरी है

वैसे फ्यूचर ट्रेडिंग के मुकाबले ऑप्शन ट्रेडिंग में जोखिम का प्रमाण बेहद कम देखने को मिलता हैं वैसे इन सभी तथ्यों को हमनें पहले से ही डिस्कस कर लिया है तो यदि आपने उस आर्टिकल (फ्यूचर ट्रेडिंग कैसे करते हैं) को अभीतक Read नहीं किया है तो तुरंत उसे शुरू करें

ऑप्शन ट्रेडिंग को उदाहरण से समझें

ऑप्शन के इस ट्रेडिंग Example को हम Tata Group की प्रसिद्ध कंपनी Tata Steel के OPTSTK (Option Stock) से समझेंगे जिसमे हम इस स्टॉक को Buy और Sell कैसे करेंगे यह जानेंगे और ट्रेडिंग से रिलेटेड और भी कई बातोँ को समझेंगे

यदि आप ऑप्शन्स ट्रेडिंग को एक काल्पनिक उदाहरण के साथ समजना चाहते है तो हमारें इस आर्टिकल Derivatives Meaning In Hindi को जरुरु Visit करें और साथ ही आगे इनकें कुछ और उदाहरणों को भी देखेंगे तो चलिए इसे शुरू करते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं

ऑप्शन स्टॉक्स और एक्सपायरी डेट को प्राथमिकता दें

तो ऑप्शन्स में ट्रेडिंग शुरू करते समय हमें OPTSTK को पसंद करना पड़ता है और उसे हमारी ट्रेड लिस्ट में ऐड करना होता है जिसके लिए आज हमनें Tata Steel के OPTSTK को पसंद किया है जिसकें लिए हम इनकें दो Image का इस्तेमाल करेंगे जिसमे पहली Image Call Option की है और दूसरी Image Put Option की है    

अब इसमें आपको 3 टाइम लाइन के OPTSTK दिखेंगे 1 – 26 May, 2022 (Near Month Contract), 2 – 30 Jun, 2022 (Next Month Contract) and 3 – 28 Jul, 2022 (Far Month Contract) यह तीनो प्रकार के OPTSTK Tata Steel के अलग – अलग महिनों के आखरी गुरुवार की Expiry Date हैं

यदि किसी गुरुवार को छुट्टी आती है तो महीने के आखरी बुधवार को Expiry Date होती हैं जैसा की आप उपरोक्त दिखाए गए इमेज पर देख सकते है जिसमेसे आप जिस किसी Expiry Date तक ट्रेड करना चाहते है उसका सिलेक्शन करना पड़ेंगा

ऑप्शन स्टॉक खरीदें

जैसा की हमनें पहले भी डिस्कसन किया है की ऑप्शन ट्रेडिंग में जो Buyers होते है वो आमतौर पर अपने स्टॉक का प्रिमियम या एकतरह का इंश्योरेंस खरीदते है

अब इसमें दो प्रकार होते है Call Option and Put Option, जबभी आपको लगता है की किसी स्टॉक की प्राइस बढ़ने वाली है तब आप खरीदते हों Call Option और जबभी आपको ऐसा लगता है की किसी शेयर की प्राइस गिरने वाली है तब आप खरीदते हों Put Option, तो ऑप्शन्स के Buyers भी होते है और Sellers भी होते है जैसा की आप ऊपर की Image में देख सकते हैं

Options के Buyers वो होते है जो प्रिमियम खरीदता है जिनसे यह भुगतान करता है और Sellers वो होते है जो इन प्रिमियम को बेचते है

जिसने यह वो भुगतान इकट्ठा करता है तो आपके एनालिसिस के मुताबिक Tata Steel की प्राइस ऊपर जाएँगी जिनसे आप इसका Call Option खरीद लेते है तो चलिए इस पूरी प्रोसेस को उपरोक्त Image के द्वारा निचे उदाहरण के साथ समजते हैं

Buy Call Option

Tata Steel की CMP Rs.1280 पर कारोबार कर रही है और मुझे ऐसा लगता है की यह प्राइस अगले कुछ दिनों में Rs.1380 तक जा सकती है जिसकें पीछे कई कारन हो सकते है

अब इस तर्क के आधार पर मैं Tata Steel का OPTSTK का 1 लोट जिसमे 425 शेयर्स है और जिसकी प्रिमियम प्राइस Rs.58 चल रही है अब मैं इसका Near Month का Call Option खरीद लेता हूँ अब यातो इसकी प्राइस ऊपर जाएँगी या निचे आएँगी तो इन दोनों सिचुएशन को वन बाय वन डिस्कस करते हैं

सिचुएशन – 1

इस सिचुएशन के मुताबिक Tata Steel की प्राइस सही में ऊपर जाती है यानि Rs.1380 तक पहुच जाती है अब इसमें मुझे Rs.100 का प्रॉफिट होता है

क्योंकि मैंने Tata Steel के Call OPTSTK को Rs.1280 में खरीद लिया था और अब उस OPTSTK की प्राइस Rs.1380 तक पहोंच चुकी है

जिनसे मुझे नेट प्रॉफिट – [Rs.100 – Rs.58 = Rs.42] अब मैंने इसका 1 लोट यानि 425 शेयर्स का Call Option ख़रीदा है जिनसे – [Rs.42 × 425 = Rs.17,850] यह मेरा नेट प्रॉफिट होंगा

सिचुएशन – 2

इस सिचुएशन के मुताबिक Tata Steel की प्राइस ऊपर जाने के बजाय निचे चली जाती है तो इस कैश में मुझे लोस होंगा

लेकिन प्राइस Rs.1280 के निचे आती है तो हमारा लोस Rs. 58 तक ही सीमीत रहेंगा क्योंकि कोई भी इंश्योरेंस Buyer है उसका मैक्सिमम लोस उसनें ख़रीदा प्रिमियम होता हैं

तो OPTSTK Buy कर रहे हों तो आपका मैक्सिमम लोस आपने ख़रीदा प्रिमियम होता हैं

Buy Put Option

इसमें भी Tata Steel की CMP Rs.1280 पर कारोबार कर रही है और मुझे ऐसा लगता है की यह प्राइस अगले कुछ दिनों में Rs.1180 तक जा सकती है

यानि इसमें गिरावट होने की संभावना हो सकती है अब इस तर्क के आधार पर मैं Tata Steel का OPTSTK का 1 लोट जिसमे भी 425 शेयर्स है और जिसकी प्रिमियम प्राइस Rs.52 चल रही है

अब मैं इसका Near Month का Put Option खरीद लेता हूँ अब यातो इसकी प्राइस निचे आएँगी या ऊपर जाएँगी तो इन दोनों सिचुएशन को वन बाय वन डिस्कस करते हैं

सिचुएशन – 1

अब इस सिचुएशन के मुताबिक Tata Steel की प्राइस सही में निचे जाती है यानि Rs.1180 तक पहुच जाती है अब इसमें मुझे Rs.100 का प्रॉफिट होता है

क्योंकि मैंने Tata Steel के Put OPTSTK को Rs.1280 में खरीद लिया था और अब उस OPTSTK की प्राइस Rs.1180 तक पहोंच चुकी है

जिनसे मुझे नेट प्रॉफिट – [Rs.100 – Rs.52 = Rs.48] अब मैंने इसका 1 लोट यानि 425 शेयर्स का Put Option ख़रीदा है जिनसे – [Rs.48 × 425 = Rs.20,400] यह मेरा नेट प्रॉफिट होंगा

सिचुएशन – 2

अब इस सिचुएशन के मुताबिक Tata Steel की प्राइस निचे आने के बजाय ऊपर चली जाती है तो इस कैश में मुझे लोस होंगा लेकिन प्राइस Rs.1280 के ऊपर जाती है

तो हमारा लोस Rs.52 तक सीमीत रहेंगा क्योंकि कोई भी इंश्योरेंस Buyer है उसका मैक्सिमम लोस उसनें ख़रीदा प्रिमियम होता हैं

निष्कर्ष

तो दोस्तों हमने इस आर्टिकल (ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं) में क्या – क्या सिखा वैसे आप सोच रहे होंगे की यहाँ पर हमनें केवल ऑप्शन्स को कैसे खरीदते है यह समजा इसको बेचना कैसे है यह प्रक्रिया ऑप्शन ट्रेडिंग की Short Selling होती है जिसको हम बादमें विस्तार से इसी प्रकार उदाहरणों के साथ समजेंगे

साथ ही हमनें ऑप्शन मार्केट की सामान्य बातोँ को समजा और ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते है उसको Call and Put Options की Image के साथ ऑप्शन को कैसे खरीदते है उनके दोनों सिचुएशन (प्रॉफिट और लोस) के साथ – साथ उदाहारण भी दिया हुआ हैं तो फिलहाल यह हमारा टोपिक यही समाप्त होता हैं, धन्यवाद

लेख से संबंधित प्रश्नों के उत्तर

ऑप्शन में ट्रेडिंग कैसे करते हैं ?

ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत से पहले हमें कई चीजों को समजना पड़ता है साथ ही उनके कुछ पैरामीटर्स को भी ध्यान में रखना होता है जैसे की –

इनमे ट्रेडिंग युक्त एक खाते की समीक्षा करनी पड़ती है

इसके आवश्यक नियमों को समजना पड़ता है ताकि भविष्य में ट्रेडिंग करते समय हमारें मनमे किसी प्रकार का कोई सवाल उपस्थित ना हों

इनमे ट्रेडिंग के स्वरूप होनेवाले प्रॉफिट और लोस के पैरामीटर को भी समजना बेहद जरुरी है

कॉल और पुट क्या है ?

ऑप्शन्स ट्रेडिंग के मुख्य दो पार्ट होते है एक Call Option और दूसरा Put Option –

Call Option – जबभी आपको लगता है की किसी स्टॉक की प्राइस बढ़ने वाली है तब आप खरीदते हों Call Option

Put Option – जबभी आपको ऐसा लगता है की किसी शेयर की प्राइस गिरने वाली है तब आप खरीदते हों Put Option

Options के Buyers वो होते है जो प्रिमियम खरीदता है जिनसे यह भुगतान करता है और Sellers वो होते है जो इन प्रिमियम को बेचते है

एक लॉट में कितने शेयर होते हैं ?

आमतौर पर ऑप्शन्स ट्रेडिंग करतें समय एक चीज हमें जरुर Define करनी पड़ती है और वो है Lot Size

वैसे आप सभी यह जानतें ही होंगे की सभी ऑप्शन्स की लोट साइज़ अलग – अलग होती है तो चलिए कुछ OPTSTK (Option Stock) के 1 लोट में कितनें शेयरों की Quantity होती है उनकें कुछ अदभुत परिणामों को देखते हैं

1. Tata Chemicals OPTSTK 1 Lot Size – 1000 Stocks

2. Infosys OPTSTK 1 Lot Size – 300 Stocks

3. Reliance OPTSTK 1 Lot Size – 250 Stocks

4. MRF OPTSTK 1 Lot Size – 10 Stocks

5. Adani Enterprises OPTSTK 1 Lot Size – 500 Stocks

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Hello friends, currently I am working in the stock market operating as well as blogging through this wonderful website.

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