Meaning Of Stock Exchange In Hindi

Meaning Of Stock Exchange In Hindi

meaning of stock exchange in hindi

Stock Exchange’ यह वो कड़ी होती है जो SEBI और Stock Brokers इन दोनों के सबंध को आपसमे बनाए रखने में बहोत ही अहम भूमिका प्रदान करता हैं, आज हम इस टोपिक के जरिये ‘स्टॉक एक्सचेंज’ की असल परिभाषा को समजेंगे साथ ही यह इनका स्टॉक मार्केट से कितना गहरा सबंध है और यह अपने कार्यो को कैसे करती हैं इन सभी बातोँ को हम विस्तार से समजते हैं तो चलिए शुरू करते हैं (meaning of stock exchange in hindi)

Stock Exchange क्या हैं :-

‘स्टॉक एक्सचेंज’ जिसे हम शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट के नाम से भी जानते हैं, ‘स्टॉक एक्सचेंज’ यह वो संस्था है जो पुरे देश के Stock Market Transaction को Monitoring करती है जिसके जरिये देश की अर्थव्यवस्था, वाणिज्यक स्थिति, राजकीय व्यवस्था और देश की आर्थिक परिस्थिति को एक मापदंड के जरिये मापा जा सकता है

दुसरे शब्दों में समजे तो ‘स्टॉक एक्सचेंज’ वह संस्था है जिसके साथ पुरे देश की विकास की चैन बंधी हुई है मेरे कहने का यह मतलब है की देश का विकास कृषि क्षेत्र, वाणिज्य क्षेत्र और उद्योग क्षेत्र से जुदा हुआ है जिसमे अहम योगदान देश के उद्योग क्षेत्र का है

एक्सचेंज का स्टॉक मार्केट से सबंध

अब जानते है इनका शेयर बाजार से क्या सबंध है तो हम सभी यह जानते है की देश की छोटी – बड़ी हजारों कंपनीयां स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड है जिन कंपनीयों के शेयरों में देश के ज्यादातर लोग (निवेशक) निवेश करते है उन छोटे – बड़े निवेश (इन्वेस्टमेंट) से उन कंपनीयों की Growth होती है

जिनसे वह कंपनीयां देश की मुद्रास्फीति को काबू में रखने में मदद करती है जिनसे देश के लोगोकी माथाडीठ आवक में बढ़ोतरी होती है तभी मुझे एक कहावत याद आरही है की; “जिस देश का उद्योग क्षेत्र विकसित होता है उसी देश की आर्थीक स्थिति को हकीकत में मजबूत माना जाता हैं”

सेबी का स्टॉक एक्सचेंजों पर कंट्रोल

‘स्टॉक एक्सचेंज’ के ऊपर भी एक संस्था होती है जो यह ध्यान देती है की स्टॉक एक्सचेंज अपने नियमों के आधीन कार्य कर रही है या नहीं

वह संस्था को SEBI यानि ‘Securities And Exchange Board of India’ के नाम से जाना जाता है, ‘स्टॉक एक्सचेंज’ पूरी तरह से सेबी के कन्ट्रोल में काम करती हैं यानि शेयर बाजार के सबंधित सभी प्रकार के अहम कार्य सेबी के आधीन होते है

जब कभी किसी कंपनी के Share को पहली बार पूंजीकरण की वजह से शेयर बाजार में से पूंजी इक्कठा करने के लिए शेयर मार्केट में लिस्टेड (सूचीबद्ध) करवाने के लिए उस कंपनी को SEBI से पूर्वमान्यता प्राप्त करनी पड़ती है

सभी प्रकार की डॉक्यूमेंटरी और परमीशन प्रोसेस पूरा होने के बाद सेबी उस कंपनी को IPO के जरिये ‘स्टॉक एक्सचेंज’ में लिस्टेड (सूचीबद्ध) करवाने की सहमती प्रदान करती है

उस कंपनी को जितनी पूंजी की आवश्यकता है और सेबी ने उस कंपनी को जितने Face-Value पर, जितनी Price-Band पर जितने वैल्यूएशन (Cr.) के IPO की परमीशन दी है उसके मुताबिक वह कंपनी IPO निकालती है

इसमें देश के सभी शेयर बाजार निवेशक हिस्सा ले सकते है जिसके बदले में उसे उस कंपनी के शेयर्स अपने Demat Account में दिए जाते है जिसे उस शेयर के लिस्टिंग के दिन से बेच सकते है उस दिन से उस कंपनी के स्टॉक पर ट्रेडिंग शुरू हो जाती है

कोई निवेशक शेयर को बेचता है तो कोई निवेशक शेयर को खरीदता है, इस प्रकार एक न्यू कंपनी को IPO के द्वारा स्टॉक एक्सचेंज (शेयर मार्केट) में सूचीबद्ध (लिस्टेड) किया जाता हैं

स्टॉक एक्सचेंज का ब्रोकरों पर कंट्रोल

तो दोस्तों हमने आगे जाना की स्टॉक एक्सचेंजीस सेबी के दिशा – निर्देश के मुताबिक अपना कार्य करती है, भारत में सेबी मान्यता प्राप्त कुल 23 स्टॉक एक्सचेंजीस हैं वह सभी स्टॉक एक्सचेंज सेबी के द्वारा दी गयी गाइड लाइन के मुताबिक काम करते है

हम सभी यह बात जानते है की कोई भी निवेशक सीधे स्टॉक एक्सचेंज के जरिये शेयर की खरीद – बिक्री (Stock Trading) नहीं कर सकता है क्युकी यह मुमकिन नहीं हैं इसी वजह से सेबी के दिशा – निर्देश से स्टॉक एक्सचेंज ने Stock Broker की रचना की जिनसे देश के सभी क्षेत्रों में ब्रोकर्स के जरिये शेयर की खरीद – बिक्री यानि स्टॉक पर ट्रेडिंग करवाई जाती है, देश के सभी स्टॉक ब्रोकर ‘स्टॉक एक्सचेंज’ के दिशा – निर्देश का पालन करते है

एक्सचेंज का पुराना इतिहास

‘स्टॉक एक्सचेंज’ के इतिहास को पूरी दुनीया की दृष्टि से देखे तो दुनिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज सन 1602 में डच ईस्ट इंडिया कंपनी को नेदरलैंड में स्थापित किया गया था जिसे आजके समय में हम Euronext Amsterdam Stock Exchange के नाम से जानते हैं

हम यह जानते है की पुराने समय में शेयर बाजार का लेनदेन सिर्फ शेयर सर्टिफिकेट के रूप में किया जाता था हालमे (वर्तमान) के  समय में यह पूरी तरह से आधुनिक हो चूका है यानि इंटरनेट के उपयोग से ‘इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम’ के जरिये रोजाना लाखों करोड़ों शेयरों का कारोबार चुटकी में हो जाता है      

  • भारत में शेयर कारोबार का प्रारंभ ईस्वी 1830 में हो गया था जब मुंबई में कर्टन मिल एवं बैंकों के अंशों में लेनदेन करना प्रारंभ हुआ था
  • 1855 में मुंबई के कुछ गुजराती एवं पारसी दलालों ने मुंबई टाउन हॉल के पास बैठकर शेयर का कारोबार प्रारंभ किया था जेसे – जेसे समय जाता गया वेसे – वेसे इन दलालों की सख्यां बढ़ने लगी
  • 1874 में सभी दलाल ‘दलाल स्ट्रीट’ में बैठकर स्टॉक का कारोबार करने लगे
  • 1875 में इन सभी दलालों ने मिलकर “The Native Share & Stock Brokers Association” से मुंबई में एशिया का सबसे पहला स्टॉक एक्सचेंज “बम्बई स्टॉक एक्सचेंज” का विधिवत रूप से पंजीकरण करवाया गया था
  • 1887 में इस एक्सचेंज ने अपने नियम एवं सीमा नियमों का पंजीकरण करवाया था
  • वर्ष 2002 में यह स्टॉक एक्सचेंज का नाम बदलके “बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज” (BSE) कर दिया गया था, यह वर्तमान में एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी के रूप में पंजीकृत हैं

बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज की सामान्य बातें

भारत में कार्य प्रणाली की द्रष्टि से स्टॉक एक्सचेंज की शुरुआत सन 1875 में हुई थी, ‘बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ न केवल भारत का बल्कि एशिया का सबसे पहला और पुराना स्टॉक एक्सचेंज है

भारत में सर्वप्रथम Equity Derivatives Trading की शुरुआत BSE ने की थी, BSE का सूचकांक (Index) Sensex हैं और BSE के लिए Depository Service ‘CDSL’ (Central Depository Services (India) Limited) की संस्था प्रोवाइड करती हैं

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की सामान्य बातें

अब बात करते है NSE की तो ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज हैं जिसमे भारत का सबसे ज्यादा शेयरों का कारोबार होता है

NSE भारत का पहला स्टॉक एक्सचेंज है जिसने ‘Electronic Trading System’ के जरिये शेयर बाजार में शेयरों की खरीद – बिक्री की थी

NSE का सूचकांक (Index) Nifty 50 है, NSE के लिए Depository Service ‘NSDL’ (National Securities Depository Limited) की संस्था प्रोवाइड करती हैं (CDSL and NSDL)

कमोडिटी एक्सचेंज की सामान्य बातें

अब बात करते है Commodity Exchange की तो हम इस समय केवल मुख्य दो कमोडिटी एक्सचेंज की चर्चा करेंगे, जो है; MCX (Multi Commodity Exchange) और NCDEX (National Commodity And Derivatives Exchange)

MCX एक कमोडिटीज़ एक्सचेंज हैं MCX में मुख्य रूप से केवल कमोडिटी चीजों में ही कारोबार होता है जैसे की; Gold, Silver, Crudeoil, Zinc आदि जेसी चीजों में ट्रेडिंग होती है इसकी ओफिसियल वेबसाइट mcxindia.com हैं

NCDEX यह भी एक प्रकार का कमोडिटी एक्सचेंज ही हैं लेकिन इसमें केवल Agriculture Commodity में ही कारोबार (ट्रेडिंग) होती है जैसे की; चना, दाल, जीरा, हल्दी और सोयाबीन आदि चीजों में ट्रेडिंग होता है इसकी ऑफिसियल वेबसाइट ncdex.com हैं

भारत में कुल 23 स्टॉक एक्सचेंजीस :-

शेयर बाजारों में हालमे (वर्तमान) भारत में कुल 23 स्टॉक एक्सचेंजीस हैं जिनमे से केवल दो राष्ट्रीयकृत स्टॉक एक्सचेंजीस हैं जिनमे BSE – ‘बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ और NSE – ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ का समावेश होता है

बाकिकी 21 स्टॉक एक्सचेंजीस क्षेत्रीय स्टॉक एक्सचेंजीस हैं मगर सभी सेगमेंट में सिर्फ दो स्टॉक एक्सचेंजीस कार्य करती है जो की BSE And NSE हैं जिसमे शेयर्स ट्रेडिंग के अलावा बांड्स, डिबेंचर, म्यूच्यूअल फंड्स, डेरीवेटिव्स और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में भी कारोबार होता है

शायद, भविष्य में भारत में केवल दो स्टॉक एक्सचेंजीस रहेंगी, हालमे भी BSE और NSE की दो स्टॉक एक्सचेंजीस ही देश की प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजीस हैं 

भारत में मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों की सूची (List of recognized stock exchanges in india) –

क्रमांकस्टॉक एक्सचेंजीस
1.बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज, मुंबई
2.नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, मुंबई
3.उत्तर प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज, कानपुर
4.वड़ोदरा स्टॉक एक्सचेंज, वडोदरा
5.कोयंबटूर स्टॉक एक्सचेंज, कोयम्बटूर
6.मेरठ स्टॉक एक्सचेंज, मेरठ
7.ओवर द काउंटर एक्सचेंज, मुंबई
8.अहमदाबाद स्टॉक एक्सचेंज, अहमदाबाद
9.बैंगलुरू स्टॉक एक्सचेंज, बैंगलुरू
10.भुवनेश्वर स्टॉक एक्सचेंज, भुवनेश्वर
11.कोलकाता स्टॉक एक्सचेंज, कोलकाता
12.कोचीन स्टॉक एक्सचेंज, कोचीन
13.दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज, दिल्ली
14.गुवाहाटी स्टॉक एक्सचेंज, गुवाहाटी
15.हैदराबाद स्टॉक एक्सचेंज, हैदराबाद
16.जयपुर स्टॉक एक्सचेंज, जयपुर
17.केनरा स्टॉक एक्सचेंज, बैंगलोर
18.लुधियाना स्टॉक एक्सचेंज, लुधियाना
19.चेन्नई स्टॉक एक्सचेंज, चेन्नई
20.मध्य प्रदेश स्टॉक एक्सचेंज, इंदौर
21.मगध स्टॉक एक्सचेंज, पटना
22.पुणे स्टॉक एक्सचेंज, पुणे
23.कैपिटल स्टॉक एक्सचेंज केरल लिमिटेड, तिरुवनंतपुरम, केरल

निष्कर्ष :-

तो दोस्तों हमने इस आर्टिकल में ‘स्टॉक एक्सचेंज’ को समजा जिसमे हमने जाना की स्टॉक एक्सचेंज का शेयर बाज़ार के साथ कितना गहरा रिलेशन है साथ ही इनकें ऊपर भी एक संस्था आती है जिसे सेबी कहा जाता है और इनकें अंडर में भारत के सभी स्टॉक ब्रोकरों का समावेश किया जाता हैं साथ ही इसके पुरानें और भारतीय इतिहास को जाना, कमोडिटी एक्सचेंज में कैसे कार्य किया जाता है उसकी सामान्य जलक को देखा साथ ही BSE और NSE स्टॉक एक्सचेंजों की भी सामान्य बातोँ की चर्चा की और आखिर में भारत में मान्यता प्राप्त कुल 23 स्टॉक एक्सचेंजों की लिस्ट को देखा तो यह टोपिक यही समाप्त होता है आप सभी का धन्यवाद

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Hello friends, currently I am working in the stock market operating as well as blogging through this wonderful website.

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