Difference Between Mutual Fund And SIP In Hindi

Difference Between Mutual Fund And SIP In Hindi

difference between mutual fund and sip in hindi

तो चलिए दोस्तों एकबार फिर हम मिले है स्टॉक मार्केट के दो अहम इन्वेस्टमेंट प्लैटफ़ॉर्म (Mutual Fund और SIP) के बिच रहे अंतर को समझने के लिए, इनसे पहलेवाले आर्टिकल में हमने स्टॉक ब्रोकर और सब ब्रोकर के बिच अंतर को समझां था, फिलहाल हम इस आर्टिकल के माध्यम से म्यूच्यूअल फंड और सिप की सामान्य बातोँ की चर्चा करेंगे साथ ही यह समझेंगे की इन दोनों ट्रेडिंग प्लैटफ़ॉर्म में क्या – क्या समानताएं देखने को मिलती हैं और साथ ही एक तुलनात्मक रचना के साथ इन दोनों को समझेंगे तो चलिए इसे शुरू करते हैं

म्यूच्यूअल फंड और सिप की तुलना :-

Mutual Fund और SIP वैसे तो यह दोनों को अलग – अलग समझां जाता हैं (difference between mutual fund and sip in hindi) मगर मैं आपको बता दू की सिप अपने आप में निवेश का कोई विशिष्ट माध्यम नहीं है बल्कि यह म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्टमेंट करने की एक अलग व्यवस्था हैं जिसे ‘सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान’ (Systematic Investment Plan) के स्वरूप जाना जाता हैं साथ ही इसे संक्षेप में सिप या SIP के नाम से भी जाना जाता है

आमतौर पर म्यूच्यूअल फंड में हम दो तरह से निवेश कर सकते है एक तो एकमुश्त (Lump Sum) यानि एक ही बारी में अपने निवेश की पूर्ण राशी को स्कीम में निवेश करना और दूसरा सिप (SIP) यानि हर महीने थोड़ी – थोड़ी राशी को म्यूच्यूअल फंड के ही किसी स्कीम में निवेश करना तो चलिए इन्ही तुलनात्मक रचनाओं को मुख्य मुद्दों के साथ समझने का प्रयास करते हैं

अर्थ

म्यूच्यूअल फंड का मतलब ऐसे फंड्स के साथ है जिसको चलाने के लिए एक पूरी एनालिसिस की टीम नियुक्त की जाती है इसको यदि हम दुसरे दृष्टिकोण से समझें तो यह एक ऐसा स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट प्लैटफ़ॉर्म है जिसमे ज्यादातर ऐसे निवेशक निवेश करना पसंद करते है जिसको शेयर बाजार का ज्यादा ज्ञान नहीं है जिसके चलते वे स्टॉक मार्केट में अपनी छोटी से बड़ी राशी को डायवर्सिफाइड के नजरी से निवेश करना चाहते है साथ ही मार्केट के बड़े – बड़े विश्लेषकों (Analysts) का लाभ उठाना चाहते है उनके लिए इस प्रकार एक निवेश मंच का आयोजन किया गया है जिसे हम म्यूच्यूअल फंड के नाम से जानते हैं

सिप (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) या एक व्यवस्थित निवेश योजना है, जिसमें आप एक निश्चित अंतराल पर एक पूर्व निर्धारित म्यूचुअल फंड योजना में एक निश्चित राशि का निवेश कर सकते है यह विशिष्ट निवेश अंतराल (समय अवधि) या तो मासिक या त्रैमासिक आधार पर फंड्स के स्कीम के अनुरूप होती हैं, एक सिप आपके पूरे निवेश पर आपकी कुल इन्वेस्टमेंट राशी की लागत का औसत निकाल कर पेश करता है यह आपको अपनी वित्तीय सीमा के अनुसार अपनी निवेश योजना (SIP के लिए सही तिथि, समय, स्कीम कैसे चुनें) चुनने की सुविधा प्रदान करता हैं जिसे सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के रूप में जाना जाता हैं

निवेश की प्रक्रिया

म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने की प्रोसेस बिल्कुल सिम्पल होती हैं क्योंकि इसकी आंतरिक प्रक्रियाएं भले ही लम्बी और प्रोसेसिंग वाली हों मगर इसमें निवेश करना बिल्कुल आसन है किसी भी फंड मैनेजर के जरिये म्यूच्यूअल फंड में बड़ी ही आसानी से निवेश किया जा सकता है जिसमे आपको केवल इन्वेस्टमेंट के लिए एक उचित खाता खुलवाना पड़ता है जिसके माध्यम से आप म्यूच्यूअल फंड में निवेश कर सकते है इसके अलावा भी और कई तरीके है जैसे की; ऑनलाइन के माध्यम से किसी भरोसा पात्र ऐप या वेबसाइट और Broker के जरिये म्यूच्यूअल फंड में निवेश किया जा सकता हैं

वैसे सिप में निवेश करने की प्रक्रिया म्यूच्यूअल फंड से थोड़ी अलग है, पहले तो सिप खाता सुनिश्चित करे जिसके प्रश्चात आपकी निवेश राशी और समय के मुताबिक किसी सिप स्कीम यानि म्यूच्यूअल फंड्स की किसी स्कीम को पसंद करना होंगा हर SIP में एक ऑटो-डेबिट लेनदेन सुविधा होती है, इसलिए सिप निवेश अमाउंट (पैसा) नियत तारीख पर जुड़े बैंक अकाउंट से अपने आप डेबिट हो जाता है जिसके चलते आपको यह जरुर ध्यान रखना पड़ेंगा की आपके रजिस्टर बैंक अकाउंट में उतनी राशी अवश्य जमा हो जितने की आपने SIP लेकर रखी है अन्यथा यदि खाते में पर्याप्त बैलेंस नहीं होने के कारण सिप में पैसा नियत तारीख पर जमा नहीं होने के कारण एसआईपी एजेंट आपसे सुनिश्चित शुल्क वसूल करेंगा ऐसी नोबत न आए इस लिए आपके खाते में नियत तारीख पर पर्याप्त शेष राशि जमा है या नहीं इसकी जानकारी अवश्य रखें

निवेश की उपलब्धता

म्यूच्यूअल फंड में निवेश की जरूरतों की बात करे तो हमारे सामने कई बातें आती है जैसे की; म्यूच्यूअल फंड के जरिये हम कई तरह के एसेट क्लास फंड्स में निवेश कर सकते है वही यदि हम MCX में निवेश करना चाहते है तो हमारे सामने Gold Mutual Fund जैसी अनेकों स्कीम आती है, वही यदि हम Equity Market के शेयरों में निवेश करना चाहते है तो हमें इक्विटी फंड्स का ऑप्शन मिलता है, म्यूच्यूअल फंड के दुसरे फंड्स की बात करे तो Hybrid Funds, Liquid Funds, Index Funds, ETF, Dynamic Bond Funds, Banking and PSU Funds, Money Market Funds और Debt Funds में भी निवेश कर सकते है जिसमे हमें कई प्रकार के अलग – अलग समय के मुताबिक फंड्स की स्कीमों का लाभ मिलता है जैसे की; स्मॉल कैप फंड, मिड कैप फंड, लार्ज कैप फंड, मल्टी कैप फंड आदि जैसे म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं

यदि हम इसी मुद्दें को SIP के नजरिये से देखे तो हमें इन दोनों इन्वेस्टमेंट प्लैटफ़ॉर्म में ज्यादा अंतर नहीं देखने को मिलेंगा क्योंकि हमने यह पहले ही समझ लिया है की सिप का खुदका कोई निवेश साधन नहीं है यह केवल म्यूच्यूअल फंड्स को ध्यान में रखते हुए कुछ ऐसी योजनाओं (Schemes) का निर्माण करता है जिसमे एक साथ पूर्ण निवेश को ना करते हुए उस निवेश अमाउंट को EMI के स्वरूप निश्चित समय अवधियों में छोटे – छोटे हिस्सों के जरिये निवेश किया जाता है जीस लिहाज से हमारे लिए इन्वेस्टमेंट करने की उपलब्धता SIP में शामिल सभी प्रकार की स्कीमों को ही समझा जाता हैं

निवेश के लाभ

यदि हम म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्टमेंट के फायदों की बात करे तो हमें इसके कई उदाहरण देखने को मिलेंगे जैसे की; म्यूच्यूअल फंड स्टॉक मार्केट में निवेश करने का एक बेहतरीन प्लैटफ़ॉर्म प्रदान करता हैं जो न केवल इन्वेस्टमेंट करवाने की सुविधा देता है बल्कि पुरे मार्केट का विश्लेषण (Analysis) करके अपने क्लाइंट्स को उचित Guidance (सलाह) के स्वरूप स्टॉक मार्केट की कमियों को समझां कर उसका सही उपयोग कमाई के लिए करता हैं

निवेश से सिप के फायदों की बात करे तो सबसे पहले यह हमें एक महत्वपूर्ण चीज सिखाता है जिसे अनुशासन कहते है यानि हम सभी यह जानते है की सिप एक ऐसी इन्वेस्टमेंट सिस्टम है जिसके जरिये आप किसी भी म्यूच्यूअल फंड्स को अपने अनुरूप अमाउंट में सुनिश्चित समय पीरियड में निवेश का लाभ ले सकते है, चुंकि यह इन्वेस्टमेंट अलग – अलग अमाउंट के यूनिट में हो रहा है जिनसे हमें Cost Average Benefit (लागत औसत का लाभ) प्राप्त होता है

निवेश में लचीलापन

म्यूच्यूअल फंड में ज्यादातर इन्वेस्टमेंट एकमुश्त तरीके से ही किया जाता है यानि म्यूच्यूअल फंड के किसी भी फंड्स स्कीम में आपको 25,000 निवेश करने है तो उसे किसी एक समय पर एक साथ ही किया जाता है जिसके लिए हमारे पास वह निवेश फंड (कैपिटल) की पूर्ण मात्र होनी अनिवार्य होती है तभी हम उस फंड को खरीद सकते हैं, इनकी बातोँ से यह तैय होता है की इसमें हमें ज्यादा लचीलापन देखने को नहीं मिलता हैं

सिप की तुलना म्यूच्यूअल फंड से कई हद तक उल्टी की जाती है यानि सिप में हम केवल Rs.500 जेसी छोटी राशी के साथ हर महीने के लिए निवेश की शुरुआत कर सकते है साथ ही सिप की निवेश अमाउंट स्कीम को किसी भी समय बढ़ा या घटा सकते हैं और उस स्कीम को कभी भी बंध कर सकते है, इन सभी बातोँ से यही साबित होता है की सिप में हमें कुछ हद तक लचीलापन देखने को मिलता हैं

निष्कर्ष :-

तो दोस्तों हमने इस आर्टिकल के माध्यम से क्या – क्या सिखा तो हमने यह जाना की सिप (SIP) किसी प्रकार का कोई निवेश माध्यम नहीं बल्कि यह एक प्लैटफ़ॉर्म है जिसके जरिये हम म्यूच्यूअल फंड में ही अलग – अलग तरीके से निवेश का लाभ ले सकते है, इसी मुद्दें को बढ़ाते हुए हमने यह जाना की आखिरकार म्यूच्यूअल फंड और सिप के बिच क्या अंतर हैं जिसको ध्यान में रखते हुए हमने इनके कुछ मुद्दों को समझां इसी के साथ हमारा यह टोपिक यही समाप्त होता हैं, धन्यवाद

सिप और म्यूचुअल फंड में क्या अंतर है ?

एसआईपी अपने आप में निवेश का एक विशिष्ट तरीका नहीं है, बल्कि यह म्यूचुअल फंड में निवेश करने की एक अलग व्यवस्था है जिसे ‘सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान’ के नाम से जाना जाता है

म्यूच्यूअल फंड में कितने तरीको से निवेश किया जाता है ?

म्युचुअल फंड में हम दो तरह से निवेश कर सकते हैं, एक है Lump Sum यानी अपने निवेश की पूरी राशि एक बार में स्कीम में निवेश करना और दूसरा SIP यानी हर महीने एक छोटी सी रकम म्यूचुअल फंड में निवेश की जाती है

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