ETF Kya Hota Hai: व्याख्या, प्रकार, फायदे एवंम नुकसान, तुलना और काम करने की प्रक्रीया को समझें

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ETF Kya Hota Hai

एक निवेश फंड और एक्सचेंज-ट्रेडेड उत्पाद जिसका स्टॉक एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है, उसे Exchange-Traded Fund (ईटीएफ) के रूप में जाना जाता है। ईटीएफ निवेशकों को अपने पैसे को एक ऐसे फंड में संयोजित करने का मौका देते हैं जो म्यूचुअल फंड की तरह स्टॉक, बॉन्ड या अन्य परिसंपत्तियों में निवेश करता है। दूसरी ओर, म्यूचुअल फंड के विपरीत, ईटीएफ का आदान-प्रदान हर दिन बाजार द्वारा निर्धारित कीमतों पर किया जाता है। ईटीएफ विभिन्न बाजार सूचकांकों या उद्योग क्षेत्रों पर नज़र रखकर पोर्टफोलियो में विविधता लाना आसान बनाते हैं। अपनी विशिष्ट संरचना और निर्माण/मोचन प्रक्रिया के कारण, वे अक्सर कम व्यय अनुपात के साथ म्यूचुअल फंड की तुलना में अधिक किफायती और कर-कुशल होते हैं।
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हेल्लो दोस्तों आज हम इस टोपिक (etf kya hota hai) में ETF क्या होता है उसको विस्तारपूर्वक समझनेवाले हैं तो चलिए स्टॉक मार्केट से रिलेटेड इन्वेस्टमेंट का एक और टोपिक आपके लिए आ गया हैं, ‘एक्सचेंज – ट्रेडेड फंड’ जिसे हिन्दी अनुवाद में ‘विनिमय व्यापार फंड’ के नाम से भी जाना जाता हैं जिसे शोर्ट में ETF कहा जाता हैं तो चलिए बिना किसी दैरी के इसे शुरू करते हैं

एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड क्या है?

व्यक्तिगत इक्विटी के समान, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) एक प्रकार का निवेश फंड है जिसका स्टॉक एक्सचेंजों पर आदान-प्रदान किया जाता है। यह निवेशक निधि एकत्र करता है और उनका उपयोग बांड, इक्विटी और कमोडिटी या उनके मिश्रण सहित परिसंपत्तियों के विविध पोर्टफोलियो को खरीदने के लिए करता है।

ईटीएफ, सामान्य म्यूचुअल फंड के विपरीत, निवेशकों को कम खर्च और परिसंपत्ति जोखिम का व्यापक विकल्प प्रदान करते हैं। वे विशेष रूप से किसी सूचकांक, सेक्टर, कमोडिटी या अन्य परिसंपत्ति के प्रदर्शन को ट्रैक करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। ईटीएफ निवेशकों को तरलता और पारदर्शिता प्रदान करते हैं और पूरे कारोबारी दिन बाजार मूल्य पर खरीदे और बेचे जा सकते हैं।

वैसे ETF कही मायनो में Mutual Fund के जैसा ही प्रतीत होता है जिनसे यह एक प्रकार का निवेश फंड भी कहलाता है, ‘एक्सचेंज ट्रेडेड फंड’ यानि ETF क्या है यानि उसकी सामान्य व्याख्या क्या है साथ ही ETF में निवेश के क्या – क्या स्कॉप है और उन्हें किन – किन प्रकारों से किया जा सकता हैं इन जैसी सभी बातोँ को हम इस टोपिक (etf kya hota hai) में विस्तार से समजने वाले हैं

‘एक्सचेंज ट्रेडेड फंड’ (ईटीएफ) यह एक प्रकार की सिक्योरिटीज होती है जो स्टॉक मार्केट में शामिल सभी अलह – अलग इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म को एक साथ जोडें हुए है जिसमे अलग – अलग सेक्टर्स के स्टॉक्स, इंडेक्सिंग, कमोडिटी आदि मोजूद हैं

ETF को भी स्टॉक मार्केट में उसी प्रकार ख़रीदा और बेचा जा सकता है जैसे एक सामान्य स्टॉक में ट्रेडिंग होती है, किसी भी व्यक्तिगत वस्तु की कीमत से लेकर प्रतिभूतियों के बड़े और विविध संग्रह तक कुछ भी ट्रैक करने के लिए एक ETF को संरचित किया जा सकता है इस प्रकार के संरचित को एक्सचेंज ट्रेडेड फंड कहा जाता हैं

ईटीएफ और म्यूचुअल फंड के बारे में सामान्य बातें

ईटीएफ भी आमतौर पर म्यूच्यूअल फंड की ही तरह एक फंड्स कहलाता है बजाय इसके की ईटीएफ को स्टॉक एक्सचेंजों के जरिये बाजार के समय के दौरान अन्य मालिकों के बिच ख़रीदा और बेचा जाता हैं लेकिन म्यूच्यूअल फंड्स को उनके जारीकर्ताओ की कीमतों के आधार पर कारोबार किया जाता हैं

स्टॉक मार्केट के अन्य एक्सचेंजों की तरह ईटीएफ में भी स्टॉक्स, बांड्स, मुद्राए, कमोडिटीज आदि जैसी संपतियों में कारोबार होता है और साथ ही ईटीएफ को आर्बिट्राज में ट्रेडिंग करने के लिए भी डिज़ाइन किया गया है

ज्यादातर ईटीएफइंडेक्स फंड्स होते है यानि ईटीएफ को किसी एक समान प्रतिभूतियों के एक निश्चित बांड मार्केट इंडेक्स या स्टॉक मार्केट इंडेक्स में देखा जाता हैं, ईटीएफ के भी एक सामान्य स्टॉक की तरह प्राइस मूवमेंट होते रहते है

आमतौर पर ईटीएफ फंड्स का इन्वेस्टमेंट मार्केट के किसी स्टॉक एक्सचेंज के ग्रुप ऑफ़ स्टॉक्स में किया जाता हैं, उदाहरण के तौर पर BSE के Sensex Index में उन्ही के नामक Sensex ETF का एक प्रकार का ईटीएफ फंड्स होता हैं

जो केवल Sensex Index में शामिल 30 स्टॉक्स मेसे कुछ शेयरों में निवेश करता हैं जिस वजह से मार्केट में हो रहे उतार – चढ़ाव की असर उस इंडेक्स के जरिये सीधे उस ईटीएफ फंड्स पर पड़ती हैं, ईटीएफ एक प्रकार का Passively Managed Funds होता है जिसके कारन इसका ‘Expense Ratio’ म्यूच्यूअल फंड से कम होता हैं

ईटीएफ भी म्यूच्यूअल फंड की तरह निवेशकों से लिए गए फंड्स को किसी खास इंडेक्स के ग्रुप ऑफ़ स्टॉक्स में निवेश करता है और साथ ही हम जिस प्रकार म्यूच्यूअल फंड्स में एक Diversify Portfolio में निवेश का लाभ लेते है ठीक उसी प्रकार ईटीएफ में भी निवेश किया जा सकता हैं

ईटीएफ एक निवेश का साधन

ईटीएफ न केवल एक स्थानीय बल्कि यह एक ग्लोबल निवेश का साधन बनता जा रहा हैं साथ ही इसमें आये दिन निवेश के आकड़ो में गणनापात्र उछाल देखने को मिल रहा है

यह अपनी कम लागत, कम दक्षता और पारम्परिकता के कारन निवेश के रूप में विश्वव्यापी होता जा रहा है, ईटीएफ के अगस्त, 2021 तक के इन्वेस्टमेंट के आकड़ो को देखे तो विश्वभर में ईटीएफ में लगभग 9 ट्रिलियन डॉलर जितना निवेश किया गया था जिसमे केवल US में ही 6.6 ट्रिलियन डॉलर का निवेश किया गया था

अमेरिका में सबसे बड़े ईटीएफ जारीकर्ता की नाम की लिस्ट में सबसे ऊपर ‘Blackrock Ishares’ का नाम आता हैं जिसकी बाजार में लगभग 35% की हिस्सेदारी हैं

ईटीएफ निवेश का मूल उपदेश लंबी अवधि के लक्ष्यों को पूरा करना हैं साथ ही यह निवेशकों को भरपूर लाभ भी प्रदान करता है, ईटीएफ उन निवेशकों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है जो लचीले, कम लागत वाले और कर कुशल तरीके से अपने पोर्फोलियो में विविधता लाना चाहते हैं और इसकी खास बात यह है की इसमें कम टैक्स लागु होता हैं

ईटीएफ का इतिहास क्या हैं?

एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) का एक समृद्ध इतिहास है। एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) का मूल उद्देश्य 1990 के दशक में निवेशकों को निष्क्रिय, अनुक्रमित फंड तक पहुंच प्रदान करना था। एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड या ईटीएफ का अंतर्निहित विचार इंडेक्स निवेश है, जिसकी उत्पत्ति 1970 के दशक में हुई थी। बहरहाल, 1980 के दशक के अंत और 1990 के दशक की शुरुआत में पहले वास्तविक ईटीएफ का उदय हुआ।

ईटीएफ के विकास में प्रमुख अवसरों का सारांश निम्नलिखित है:
  • 1973 में वेल्स फ़ार्गो और अमेरिकन नेशनल बैंक द्वारा संस्थागत ग्राहकों के लिए इंडेक्स म्यूचुअल फंड की शुरुआत देखी गई।
  • जॉन बोगल ने 1975 में वैनगार्ड 500 इंडेक्स फंड की शुरुआत की, जो सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाला पहला इंडेक्स म्यूचुअल फंड था, जिसने एसएंडपी 500 को ट्रैक किया था।
  • 1989: एसएंडपी 500 के लिए इंडेक्स पार्टिसिपेशन शेयर ईटीएफ का पहला प्रयास था, लेकिन यह कानून का उल्लंघन था।
    • जब 1989 में एसएंडपी 500 इंडेक्स पार्टिसिपेशन शेयर पेश किए गए, तो यह एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की वास्तविक शुरुआत थी।
    • अफसोस की बात है कि इन शुरुआती पहलों में कानूनी दिक्कतें थीं। संघीय अदालत के फैसले के परिणामस्वरूप वास्तविक ईटीएफ के निर्माण में देरी हुई है कि वे वायदा अनुबंधों के समान ही संचालित होते हैं।
    • सबसे पहला गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड कनाडा का ‘सेन्ट्रल फंड’ था जो वर्ष 1966 में ‘टोरंटो स्टॉक एक्सचेंज’ और वर्ष 1989 में ‘अमेरिकन स्टॉक एक्सचेंज’ में सूचीबद्ध किया गया था।
  • 1990 में कनाडा में इतिहास का पहला लोकप्रिय एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) लॉन्च हुआ। इसने निवेशकों को व्यक्तिगत कंपनियों के स्वामित्व के बिना टीएसई-35 सूचकांक के प्रदर्शन में भाग लेने की अनुमति दी।
    • इसने व्यापार और निवेश पूलिंग में स्वतंत्रता प्रदान करके वित्तीय परिदृश्य को बदल दिया।
    • सबसे पहले, संस्थागत निवेशक जटिल व्यापारिक तकनीकों के लिए ईटीएफ के मुख्य उपयोगकर्ता थे।
  • 1993 में पहला अमेरिकी ईटीएफ पेश किया गया जिसने एसएंडपी 500 को ट्रैक किया।
    • इस फंड की शुरुआती संपत्ति $11 मिलियन थी और यह S&P 500 इंडेक्स का अनुसरण करता था।
    • स्टैंडर्ड एंड पूअर्स डिपॉजिटरी रिसिप्ट्स’ को विकसित किया गया जिसे बादमे जनवरी, 1993 में लोंच किया गया जिसे हालमे SPDRs या ‘स्पाइडर्स’ के नाम से जाना जाता हैं साथ ही यह फंड्स के इतिहास का सबसे बड़ा ईटीएफ नामा जाता हैं।
  • 1998: सेक्टर ईटीएफ, जो विशिष्ट एसएंडपी 500 सेक्टर का अनुसरण करते हैं, पेश किए गए।
  • पहला गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ‘गोल्ड बुलियन सिक्योरिटीज’ का था जिसे वर्ष 2003 में ASX पर लोंच किया गया था।
    • गोल्ड ईटीएफ का विचार सबसे पहले भारत की ‘बेंचमार्क एसेट मैनेजमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड’ को आया था
  • 2004 में संयुक्त राज्य अमेरिका में सूचीबद्ध पहली कमोडिटी ईटीएफ का निर्माण हुआ, जिसने सोने की बुलियन में एक्सपोज़र प्रदान किया।
  • पहला सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ‘Ishares Silver Trust’ का था जिसे वर्ष 2006 में NYSE पर लोंच किया गया था।
  • 2008: एसईसी ने सक्रिय रूप से प्रबंधित एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड को मंजूरी दी।
  • 2010 में टर्म-मैच्योरिटी ईटीएफ की शुरुआत हुई, जिसमें ऐसे बांड होते हैं जो एक ही वर्ष में परिपक्व होते हैं।
  • कारकों पर आधारित पहला इंडेक्स फंड 2015 में पेश किया गया था।
  • 2019 में वैश्विक बांड ईटीएफ एयूएम में $1 ट्रिलियन और यूएस-सूचीबद्ध ईटीएफ के लिए एयूएम में $4 ट्रिलियन का आंकड़ा पार हुआ।
    • समय के साथ इसका विस्तार हुआ और यह एक विशाल संगठन बन गया, 2019 में बोगल की मृत्यु के समय इसकी संपत्ति $441 बिलियन थी।

ईटीएफ कैसे काम करते हैं?

स्टॉक, बॉन्ड, कमोडिटी या अन्य प्रतिभूतियों जैसी अंतर्निहित परिसंपत्तियों का एक विविध पोर्टफोलियो बनाने के लिए, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) निवेशकों के पैसे को एकत्रित करते हैं। ईटीएफ इन परिसंपत्तियों का मालिक है, और निवेशक व्यक्तिगत स्टॉक के व्यापार के समान ही शेयर बाजारों में ईटीएफ शेयरों का व्यापार करते हैं।

ईटीएफ म्यूचुअल फंड हैं जो एक विशिष्ट सूचकांक, सेक्टर या परिसंपत्ति वर्ग में निवेश करते हैं। वे अधिकृत प्रतिभागियों, आमतौर पर बड़े वित्तीय संस्थानों या बाजार निर्माताओं द्वारा बनाए जाते हैं, जो नए ईटीएफ शेयरों के बदले में ईटीएफ प्रदाता के साथ परिसंपत्तियों की टोकरी का आदान-प्रदान करते हैं।

एक बार बनने के बाद, ईटीएफ शेयरों को स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध और कारोबार किया जाता है, जहां निवेशक उन्हें बाजार कीमतों पर खरीदते या बेचते हैं।

ईटीएफ शेयर की कीमत बाजार में आपूर्ति और मांग से निर्धारित होती है और इसकी अंतर्निहित परिसंपत्तियों के शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य (एनएवी) के प्रीमियम या छूट पर व्यापार हो सकता है।

आर्बिट्रेज एक ऐसी प्रक्रिया है जहां अधिकृत प्रतिभागी ईटीएफ के बाजार मूल्य को उसके एनएवी के साथ निकटता से रखते हुए, मूल्य विसंगतियों से लाभ के लिए ईटीएफ शेयरों और अंतर्निहित परिसंपत्तियों को एक साथ खरीद या बेच सकते हैं।

इसके विपरीत, यदि बाजार में ईटीएफ शेयरों की अतिरिक्त आपूर्ति है, तो अधिकृत प्रतिभागी ईटीएफ शेयरों को अंतर्निहित परिसंपत्तियों के बदले एक्सचेंज करके भुना सकते हैं, जिससे ईटीएफ के बाजार मूल्य को इसके अंतर्निहित परिसंपत्ति मूल्य से महत्वपूर्ण रूप से विचलन होने से रोका जा सकता है।

सभी बातों पर विचार करने पर, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) निवेशकों को परिसंपत्ति वर्गों और निवेश रणनीतियों की एक विस्तृत विविधता के संपर्क में आने का एक अनुकूलनीय और किफायती साधन होने के अलावा तरलता, पारदर्शिता और संभावित कर लाभ प्रदान करते हैं।

एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड और म्यूचुअल फंड के बीच क्या अंतर है?

  • म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करने से पहले इसके फंड मैनेजरों के द्वारा मार्केट को रिसर्च करके शेयरों में निवेश किया जाता हैं इस वजह से इसे एक Active Managed Funds कहा जाता हैं
  • मगर ईटीएफ इन्वेस्टमेंट के कैश में किसी भी फंड मैनेजर के मार्केट रिसर्च की जरूरत नहीं पड़ती हैं क्योंकि ईटीएफ तो किसी इंडेक्स के ग्रुप ऑफ़ स्टॉक्स में निवेश करता हैं जिसके लिए उसे केवल उस इंडेक्स के शेयरों पर ही नजर रखने की आवश्यकता होती हैं जिस वजह से इसे एक Passive Managed Funds कहा जाता हैं
  • म्यूच्यूअल फंड के कैश में सभी म्यूच्यूअल फंड्स को ख़रीदा या बेचा नहीं जा सकता हैं
  • लेकिन ईटीएफ तो खुद एक सामान्य स्टॉक की तरह स्टॉक मार्केट में लिस्टेड होने की वजह से उसमे ट्रेडिंग करना मुमकिन हैं
  • कुछ म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश हेतु Trading and Demat Accounts की जरुरत नहीं होती हैं उनमे निवेश बिना इन खातो के भी किया जा सकता हैं
  • मगर ईटीएफ में इन्वेस्टमेंट के लिए इन दोनों Trading and Demat Accounts की आवश्यकता पड़ती हैं जिनके बिना ईटीएफ में निवेश करना मुमकिन नहीं हैं
  • ट्रेडिंग चार्जिस की बात करें तो म्यूच्यूअल फंड्स में सिर्फ खरीदते समय चार्ज देना पड़ता हैं और उसे मैनेज करने के लिए भी पोर्फोलियो मैनेजमेंट चार्ज चुकाना पड़ता हैं
  • जबकि ईटीएफ में म्यूच्यूअल फंड के मुकाबले काफी कम चार्जिस लगते हैं जिसमे ईटीएफ में खरीद – बिक्री दोनों पर ब्रोकरेज चार्ज लागु होता हैं
  • सामान्य म्यूच्यूअल फंड्स को केवल NAV के प्राइस (भाव) पर ही ख़रीदा और बेचा जाता हैं
  • जबकि ईटीएफ एक सामान्य स्टॉक के माफ़िक होने से उसे मार्केट समय के दौरान Current Market Price पर ख़रीदा और बेचा जा सकता हैं

एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड के प्रकार

ज्यादातर ईटीएफ ओपन एंड मैनेजमेंट के द्वारा निवेश कंपनीयों के स्वरूप में प्रचलित होते है जबकि कुछ ईटीएफ को उनके बड़े कद की वजह से ‘यूनिट निवेश ट्रस्ट’ के रूप में स्थापित किया गया हैं और साथ ही कुछ ईटीएफ ऐसे भी होते है जो हमारे पोर्फोलियो में एक लचीलापन लाते हैं जिनसे हमें हमारे पोर्फोलियो में ज्यादा प्रॉफिट बना कर दे सके

ईटीएफ फंड्स के कुछ इंटरनल पार्ट्स है जैसे की; इक्विटी फंड, फिक्स्ड इनकम फंड, कमोडिटीज़ फंड, करेंसी फंड, रियल स्टेट फंड और स्पेसिलिटी फंड

कई प्रकार के एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) हैं, प्रत्येक को अलग-अलग निवेश उद्देश्यों और रणनीतियों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। कुछ सामान्य प्रकार के ईटीएफ में शामिल हैं:

बांड ईटीएफ (Bond ETF)

आमतौर पर बांड में निवेश करनेवाले एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स को बांड ईटीएफ से जाना जाता हैं यह बांड भी म्यूच्यूअल फंड के समान ही होता है, उनके पास विशेष रणनीतियों के साथ बांड का पोर्फोलियो मैनेजमेंट भी होता हैं

जिसमे युएस ट्रेजरी से लेकर हाईयील्ड तक और होल्डिंग पिरीयड में लॉन्ग – टर्म और शोर्ट – टर्म इन्वेस्टमेंट शामिल हैं, बांड ईटीएफ प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजों पर स्टॉक ईटीएफ के समान निष्क्रिय रूप से प्रबंधित और व्यापार करते हैं यह तनाव के समय तरलता और पारदर्शिता जोड़कर बाजार की स्थिरता को बढ़ावा देने में मदद करता हैं

इसको पुरे दिन एक केंद्रीकृत एक्सचेंज पर कारोबार करते रहते हैं व्यक्तिगत बांड के विपरीत देखे तो जो बांड ब्रोकरों के द्वारा उनके काउंटर पर बेचे जाते हैं वह बांड की संरचना निवेशकों के लिए आकर्षक कीमत वाले बांड का बढ़ाना मुश्किल बना देती हैं

बांड ईटीएफ और बांड म्यूच्यूअल फंड्स दोनों में सामान्य तौर पर समानता देखी जा सकती हैं मगर फंड के भीतर होल्डिंग और निवेशकों से ली जानेवाली उनकी फीस अलग – अलग हो सकती हैं

इनके जरिये विभिन्न प्रकार के निश्चित आय वाले प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं जिसमे कॉरवोरेंट्स, ट्रेजरी, कन्वर्टिबल और फ्लोटिंग – रेट बांड को   शामिल किया गया हैं, बांड ईटीएफ अपने सामान्य निवेशकों को सरल तरीके से बेंचमार्क बांड इंडेक्स में निष्क्रिय एक्स्पोजर हासिल करने की अनुमति प्रदान करता हैं

बॉन्ड ईटीएफ के प्रकार
  • ट्रेजरी बांड ईटीएफ (SCHO, PLW)
  • जंक बांड ईटीएफ (JNK, HYG)
  • कॉर्पोरेट बांड ईटीएफ (AGG, LKOR, SPLB)
  • इंटरनेशनल बांड ईटीएफ (BNDX, IYH)
  • फ्लोटिंग रेट बांड ईटीएफ (FLTR)
  • परिवर्तनीय बांड ईटीएफ (ICVT)
  • लिवरेज बांड ईटीएफ (TMF)
बॉन्ड ईटीएफ के फायदे और नुकसान

Bond ETF के फायदों में नियमित कूपन भुगतान सहित व्यक्तिगत बांड की कई समान विशेषताए प्रदान करता हैं, बांड ईटीएफ में नियमित समय पर निश्चित भुगतान मिलनेका लाभ मिलता है यह भुगतान परंपरागत रूप से हर छे महिनों में दिया जाता हैं

बांड ईटीएफ के अलग – अलग परिपक्वता तिथियों वाली संपति रखते हैं शायद इसीलिए किसी भी समय पोर्फोलियो में कुछ बांड कूपन भुगतान के कारन हो सकते हैं जिनसे बांड ईटीएफ हर महीने ब्याज का भुगतान करते हैं, कूपन का मूल्य हर महीने अलग – अलग रहता हैं

बांड ईटीएफ, बांड मार्केट में एक्सपोजर हासिल करने का एक उचित विकल्प हो सकता हैं लेकिन इसमें कुछ स्पस्ट सीमाए भी शामिल है, एक व्यक्तिगत बांड की तुलना में एक बांड ईटीएफ में निवेशक का प्रारंभिक निवेश ज्यादा जोखिम में होता है

हालांकि एक बांड ईटीएफ कभी भी परिपक्व नहीं हो सकता हैं इसलिए इस बात की कोई गारंटी नहीं होती है की मूलधन का पूर्ण भुगतान होंगा और साथ ही जब ब्याजदरों में बढ़ोतरी आती है तब व्यक्तिगत बांड की तरह ईटीएफ की कीमतों को नुकसान पहुचता हैं हालांकि, ब्याजदर से जोखिम को कम करना मुश्किल हैं

इंडेक्स ईटीएफ (Index ETF)

इंडेक्स ईटीएफ यह एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स का सबसे लोकप्रिय फंड्स माना जाता हैं, ज्यादातर ईटीएफ इंडेक्स फंड्स के ही ईटीएफ होते हैं जोकि एक अहम मार्केट इंडेक्स के प्रदर्शन पर आधारित होता हैं

साथ ही इंडेक्स फंड स्टॉक्स, कमोडिटी, बांड और करेंसी के प्राइस पर भी आधारित हो सकता हैं, एक सामान्य इंडेक्स फंड का ईटीएफ इंडेक्स की सामग्री या इंडेक्स में रही प्रतिभूतियों के पोर्फोलियो में रहे इंडेक्स के प्रदर्शन को ट्रेक करता हैं

इंडेक्स ईटीएफ (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड) एक प्रकार का निवेश फंड है जो भारतीय शेयर बाजार में एक विशेष बाजार सूचकांक, जैसे निफ्टी 50 या एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स को ट्रैक करता है।

सूचकांक को प्रतिबिंबित करने वाली कंपनियों का एक पोर्टफोलियो बनाए रखकर, ये फंड अंतर्निहित सूचकांक के प्रदर्शन की नकल करना चाहते हैं।

व्यक्तिगत शेयरों के समान, निवेशक पूरे कारोबारी दिन मौजूदा बाजार मूल्यों पर स्टॉक एक्सचेंज पर इंडेक्स ईटीएफ के शेयर खरीद और बेच सकते हैं।

केवल एक लेनदेन के साथ, इंडेक्स एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) निवेशकों को पूरे इंडेक्स में विविध एक्सपोजर खरीदने का एक आसान और किफायती विकल्प प्रदान करते हैं। वे उन निवेशकों द्वारा काफी पसंद किए जाते हैं जो सक्रिय रूप से प्रबंधित फंड123 की तुलना में कम शुल्क अनुपात के कारण निष्क्रिय निवेश तकनीकों को पसंद करते हैं।

आमतौर पर ईटीएफ इंडेक्स को दोहराते है जिनसे ऐसे इंडेक्स फंड में अलग – अलग निवेश के स्टेप पड़ सकें, इंडेक्स में अलग – अलग कैपिटलाइजेशन के स्टॉक्स मोजूद होते हैं जैसे की; स्मालकैप, मिडकैप और लार्जकैप

इसमें सभी शेयरों की होल्डिंग यातो न्यूनतम होती है या अधिकतम होती है, जैसे S&P 500 के इंडेक्स में सिर्फ मिडकैप और लार्जकैप के स्टॉक्स को ही शामिल कियें गए हैं, इस वजह से इस इंडेक्स को ट्रेक करनेवाले किसी भी ईटीएफ में स्मालकैप स्टॉक्स को शामिल नहीं किये जाते हैं और ‘रसेल 2000’ के इंडेक्स में केवल स्मालकैप के स्टॉक्स को ही शामिल कियें गए हैं

अन्य सूचकांक ईटीएफ

ईटीएफ में कुछ इंडेक्स ईटीएफ ऐसे भी होते है जो अपनी संपति का 100% हिस्सा (आनुपातिक) रूप से एक इंडेक्स के तहत उनके प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं इस प्रकार के निवेश के तरीके को प्रतिकृति भी कहा जाता हैं

दुसरे इंडेक्स ईटीएफ जैसे की; ‘वेंगार्ड टोटल स्टॉक मार्केट इंडेक्स फंड’ किसी प्रतिनिधि नामुनाकरण का उपयोग करते हैं, यह इंडेक्स ईटीएफ अपनी कुल संपति का 80% से लेकर 95% तक का हिस्सा एक अंतर्निहित सूचकांक की प्रतिभूतियों में निवेश करता हैं और बाकि बचे 5% से 20% के हिस्से को किसी दुसरे होल्डिंग्स में निवेश करते हैं

जैसे Future and Option (F&O), स्वैप कॉन्ट्रैक्ट्स और सिक्योरिटीज शामिल हैं जो किसी अंतर्निहित इंडेक्स का हिस्सा नहीं हैं, ईटीएफ को भारित करने के कई तरीके है जिसमे समान भार या राजस्व भार, इंडेक्स ईटीएफ के लिए हजारों अंतर्निहित प्रतिभूतियों के साथ किसी इंडेक्स में निवेश करते हैं, जिसमे कुछ इंडेक्स ईटीएफ में जोखिम का प्रमाण ज्यादा होता हैं

कमोडिटी ईटीएफ (Commodity ETF)

कमोडिटीज़ के ईटीएफ कृषि द्वारा उत्पादित चीजो, महंगी धातुओं और ऑइल/पेट्रोलियम जैसी चीजो में निवेश करते हैं आमतौर पर यह ईटीएफ जैसे ही होते हैं और साथ ही यह शेयरों की तरह कारोबार (ट्रेडिंग) करने में भी सक्षम हैं

कमोडिटी ईटीएफ सयुक्त राज्य अमेरिका में निवेश कंपनी के अधिनियम 1940 के तहत निवेश कंपनीयों के रूप में विनियमित नहीं हैं हालांकि, उनकी सार्वजनिक पेशकश अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) के द्वारा समीक्षा के आधीन हैं

साथ ही 1934 के सिक्योरिटीज एक्सचेंज एक्ट के तहत एक SEC की नो – एक्शन लेटर की आवश्यकता हैं हालांकि, यह कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन के द्वारा विनिमय के आधीन किया जा सकता हैं

कमोडिटी ईटीएफ को ‘एक्सचेंज ट्रेडेड ग्रांटर ट्रस्ट’ के रूप में संरचित किया गया हैं जोकि एक निश्चित पोर्फोलियो में अपनी प्रत्यक्ष रुचि दिखाता हैं, SPDR ट्रस्ट प्रत्येक शेयर सोने के एक औस के दसवे हिस्से के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करता हैं

ज्यादातर कमोडिटी ईटीएफ भौतिक चीजो के मालिक होते हैं जिसमे ‘SPDR गोल्ड शेयर ट्रस्ट’ के पास तकरीबन 40 मिलियन औस से अधिक सोना हैं, ‘Ishares सिल्वर ट्रस्ट’ के पास लगभग 18,100 टन चांदी हैं और ‘एबरडीन स्टैंडर्ड फिजिकल प्लेटिनम शेयर्स ईटीएफ’ के पास लगभग 1.1 मिलियन औस जितना प्लेटिनम हैं

हालांकि ‘यूनाइटेड स्टेट कमोडिटी फंड्स’ के द्वारा नियुक्त यूनाईटेड स्टेट्स ऑइल फंड जैसे और भी कई कमोडिटी ईटीएफ है जो केवल फ्यूचर कॉन्ट्रेक्ट के ही मालिक होते हैं जोकि कमोडिटी के मालिक से काफी अलग परिणाम दे सकते हैं

मुद्रा ईटीएफ (Currency ETF)

मुद्रा ईटीएफ जिसके नाम से ही पता चलता है की यह ईटीएफ निवेशकों को किसी भी देश के प्रमुख मुद्रा या मुद्राओ के ग्रुप में निवेश करने या कारोबार (ट्रेडिंग) करने में सक्षम बनता हैं

यह अन्य लोगो के बिच में इन्वेस्को और ड्यूश बैंक के द्वारा जारी किए जाते हैं, स्थानीय संस्थागत ब्याजदरों में और एक संपादिक उपज प्राप्त करते समय निवेशक विदेशी मुद्रा स्थान परिवर्तन से भी लाभ उठा सकते हैं

उलटा ईटीएफ (Inverse ETF)

उल्टा ईटीएफ अंतर्निहित बेंचमार्क या इंडेक्स के मूल्य में गिरावट से मुनाफा कमाने के उपदेश से विभिन्न डेरिवेटिव का उपयोग करके उल्टा ईटीएफ का निर्माण किया जाता हैं

यह ईटीएफ का एक प्रकार का निवेश है जिसमे गिरावट की कीमतों से लाभ कमाने के लिए कई प्रकार के शोर्ट पोजीशन रखने पड़ते हैं या फिर उन्नत निवेश रणनीतियों के सयोंजन का इस्तेमाल करके भी एक समान प्रकार का निवेश किया जा सकता हैं

कई प्रकार के उल्टा ईटीएफ दैनिक वायदाबाजार को अपने अंतर्निहित बेंचमार्क के रूप में उपयोग करते हैं

लीवरेज्ड ईटीएफ (Leveraged ETF)

‘लिवरेज एक्सचेंज ट्रेडेड फंड’ इसे ईटीएफ भी कहा जाता हैं, इस प्रकार के ईटीएफ दैनिक रिटर्न प्राप्त करने में मदद करते हैं जोकि एक सबंधित इंडेक्स के रिटर्न पर आधारित होते हैं

लिवरेज इंडेक्स ईटीएफ को अक्सर बुल या बीयर फंड के रूप में भी जाना जाता हैं, लिवरेज ईटीएफ की पुनः अनुक्रमण समस्या अंतर्निहित सूचकांक की अस्थिरता के अंकगणित के प्रभाव से उत्त्पन्न होती हैं

लिवरेज ईटीएफ यूरोपीय Call & Put का टर्मिनल भुगतान अंतर्निहित सूचकांक के वास्तविक विचरण पर निर्भर करता हैं, लिवरेज अनुपात का प्रभाव लिवरेज ईटीएफ विकल्पों की अंतर्निहित अस्थिरता को उनकी सतह से भी देखा जा सकता हैं

गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF)

एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) जो सोने की कीमत को ट्रैक करता है, एक निवेश माध्यम है जो शेयर बाजार में कारोबार करता है। यह निवेशकों को भौतिक भंडारण में धातु को रखे बिना सोना खरीदने का एक साधन प्रदान करता है। गोल्ड ईटीएफ बहुत शुद्ध भौतिक सोने द्वारा समर्थित हैं, और ईटीएफ की प्रत्येक इकाई सोने की संपत्ति के स्वामित्व को दर्शाती है।

गोल्ड ईटीएफ सोने की बुलियन में निवेश करते हैं और उन्हें सोने की कीमतों के आधार पर एक निष्क्रिय निवेश माध्यम माना जाता है। वास्तविक सोने के निवेश की तुलना में, वे अधिक किफायती हैं और अपनी कम फीस के कारण होल्डिंग्स में पारदर्शिता प्रदान करते हैं। स्टॉक के समान, निवेशक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर पूरे कारोबारी दिन किसी भी समय बाजार मूल्य पर गोल्ड ईटीएफ की इकाइयां खरीद और बेच सकते हैं।

सिल्वर ईटीएफ (Silver ETF)

एक निवेश माध्यम जो चांदी की कीमत पर एक्सपोज़र प्रदान करता है वह एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड या सिल्वर ईटीएफ है।

हालाँकि चांदी मुख्य संपत्ति है, यह गोल्ड एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) जैसा दिखता है। सिल्वर ईटीएफ की इकाइयां, जो अक्सर वास्तविक चांदी या चांदी से संबंधित संपत्तियों में स्वामित्व दर्शाती हैं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) जैसे स्टॉक एक्सचेंजों पर निवेशकों द्वारा खरीद और बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।

सिल्वर ईटीएफ की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
  • भौतिक चाँदी: ईटीएफ में अधिकांश संपत्तियाँ चाँदी हैं जो ट्रस्ट में रखी जाती हैं।
  • शुद्धता: 99.99% शुद्ध चांदी को उच्च शुद्धता माना जाता है।
  • मूल्य ट्रैकिंग: ईटीएफ शेयरों का मूल्य मौजूदा चांदी बाजार मूल्य से संबंधित है।
  • भंडारण: चूंकि फंड हाउस वास्तविक चांदी भंडारण और सुरक्षा को संभालने का प्रभारी है, इसलिए निवेशकों को इसके बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
  • विनियमन: भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) भारत में चांदी ईटीएफ की देखरेख करता है, निवेशकों की सुरक्षा करता है और तिजोरियों में संग्रहीत चांदी का लगातार ऑडिट करता है।

सिल्वर एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के साथ चांदी में निवेश करना आसान हो जाता है, जो वास्तविक चांदी की खरीद, भंडारण और निपटान की परेशानी को खत्म कर देता है। वे कठिन आर्थिक समय में एक सुरक्षित निवेश विकल्प और मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव भी हो सकते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय ईटीएफ (International ETF)

एक एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) जो निवेशकों को विदेशी बाजारों में निवेश की पेशकश करता है, उसे अंतरराष्ट्रीय ईटीएफ कहा जाता है।

ये एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) कुछ क्षेत्रों, राष्ट्रों या अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क पर केंद्रित हो सकते हैं, और वे स्थापित और उभरती अर्थव्यवस्थाओं सहित कई विदेशी इंडेक्स को ट्रैक कर सकते हैं।

निवेशकों को विभिन्न प्रकार के आर्थिक चक्रों और संभावनाओं से परिचित कराकर, गैर-घरेलू इक्विटी और बांड पोर्टफोलियो विविधीकरण का एक साधन प्रदान करते हैं जो जोखिम को कम कर सकता है और मुनाफे को बढ़ा सकता है।

उदाहरण के लिए, एक अंतर्राष्ट्रीय ETF MSCI इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स या FTSE डेवलप्ड ऑल कैप एक्स यूएस इंडेक्स का अनुसरण कर सकता है।

निवेशक इन फंडों को शेयर बाजारों में व्यक्तिगत इक्विटी की तरह खरीद और बेच सकते हैं, जिससे उन्हें लचीलापन और तरलता मिलेगी।

ग्लोबल इक्विटी ईटीएफ के साथ, भारतीय निवेशक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर नियमित स्टॉक की तरह व्यापार कर सकते हैं और वैश्विक सूचकांक में निवेश प्राप्त कर सकते हैं।

भारतीय निवेशकों के लिए अब सीधे विदेशी स्टॉक एक्सचेंजों से गुज़रे बिना अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में निवेश करना आसान हो गया है।

अन्य प्रकारों के ईटीएफ

  • स्टाइल एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ): ये फंड एक निश्चित मार्केट कैप आकार या निवेश शैली पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जिसमें स्मॉल-कैप ग्रोथ या लार्ज-कैप मूल्य शामिल हैं।
  • निश्चित आय के लिए ईटीएफ: ये कॉर्पोरेट, नगरपालिका, विदेशी, उच्च-उपज और यू.एस. ट्रेजरी बांड जैसे विभिन्न प्रकार के बांडों में एक्सपोज़र की पेशकश करते हैं।
  • सेक्टर ईटीएफ: सेक्टर ईटीएफ वित्तीय सेवाओं, स्वास्थ्य देखभाल, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे विशेष आर्थिक क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। निवेशक सेक्टर एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) का उपयोग करके उन उद्योगों पर केंद्रित निवेश प्राप्त कर सकते हैं जिनके बारे में उन्हें लगता है कि वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
  • सक्रिय रूप से प्रबंधित किए जाने वाले ईटीएफ अधिकांश इंडेक्स-ट्रैकिंग ईटीएफ से इस मायने में भिन्न होते हैं कि उनकी परिसंपत्तियों को फंड मैनेजर द्वारा बेंचमार्क से बेहतर प्रदर्शन करने के लक्ष्य के साथ चुना जाता है।
  • स्मार्ट बीटा ईटीएफ: फंड में शेयरों को चुनने और वजन करने के लिए, स्मार्ट बीटा ईटीएफ नियम-आधारित तकनीकों या वैकल्पिक वजन योजनाओं का उपयोग करते हैं। उनका उद्देश्य कम अस्थिरता, गति, मूल्य और गुणवत्ता जैसे तत्वों का लाभ उठाकर पारंपरिक मार्केट-कैप-भारित सूचकांकों को पार करना है।

निष्कर्ष

अंत में, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) ने निवेशकों को विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए एक आसान और किफायती दृष्टिकोण प्रदान करके निवेश परिदृश्य को पूरी तरह से बदल दिया है।

ईटीएफ, या एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, अपने लचीलेपन, पारदर्शिता और तरलता के कारण विभिन्न बाजारों और क्षेत्रों में निवेश पाने के इच्छुक संस्थागत और खुदरा निवेशकों के बीच लोकप्रियता में वृद्धि हुई है। वित्तीय बाजारों के विकसित होने के साथ-साथ निवेश को लोकतांत्रिक बनाने और लोगों को अपने वित्तीय उद्देश्यों तक पहुंचने के लिए रचनात्मक तरीके देने में ईटीएफ संभवतः और भी महत्वपूर्ण हो जाएंगे।

अपनी निवेश रणनीति में एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (etf kya hota hai) को शामिल करने से आपको आज के वैश्विक वित्तीय बाजारों की जटिलता का प्रबंधन करने में मदद मिल सकती है, भले ही आपके अनुभव का स्तर कुछ भी हो।

इस आर्टिकल से संबंधित प्रश्नों के उत्तर

ईटीएफ का मतलब क्या है?

‘एक्सचेंज ट्रेडेड फंड’ (ETF) यह एक प्रकार की सिक्योरिटीज होती है जो स्टॉक मार्केट में शामिल सभी अलह – अलग इन्वेस्टमेंट प्लेटफार्म को एक साथ जोडें हुए है जिसमे अलग – अलग सेक्टर्स के स्टॉक्स, इंडेक्सिंग, कमोडिटीज़ आदि मोजूद हैं

ईटीएफ कैसे काम करते हैं?

ईटीएफ विभिन्न प्रकार की अंतर्निहित परिसंपत्तियों को खरीदने के लिए निवेशक निधियों को संयोजित करके कार्य करते हैं। उसके बाद, इन परिसंपत्तियों को शेयरों में विभाजित किया जाता है, जिनका पूरे दिन शेयर बाजारों में आदान-प्रदान किया जाता है। स्टॉक की तरह, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) की कीमत आपूर्ति और मांग के अनुसार बदलती रहती है, और उनका कारोबार उनके शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य (एनएवी) के प्रीमियम या छूट पर किया जा सकता है।

क्या ईटीएफ म्यूच्यूअल फंड के समान हैं?

ईटीएफ भी आमतौर पर म्यूच्यूअल फंड की ही तरह एक फंड्स कहलाता है बजाय इसके की ईटीएफ को स्टॉक एक्सचेंजों के जरिये बाजार के समय के दौरान अन्य मालिकों के बिच ख़रीदा और बेचा जाता हैं लेकिन म्यूच्यूअल फंड्स को उनके जारीकर्ताओ की कीमतों के आधार पर कारोबार किया जाता हैं

ईटीएफ में निवेश के क्या फायदे हैं?

ईटीएफ में निवेश के कई फायदे हैं, जैसे लागत-प्रभावशीलता, पारदर्शिता, तरलता और विविधता। म्यूचुअल फंड की तुलना में, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) विभिन्न प्रकार की परिसंपत्तियों, ट्रेडिंग लचीलेपन, लगातार होल्डिंग्स प्रकटीकरण और अक्सर कम व्यय अनुपात के लिए एक्सपोजर प्रदान करते हैं।

ईटीएफ में किस प्रकार की संपत्तियां उपलब्ध हैं?

स्टॉक, बॉन्ड, कमोडिटी, रियल एस्टेट और यहां तक कि क्रिप्टोकरेंसी जैसे वैकल्पिक निवेश सभी को एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में रखा जा सकता है। निवेश रणनीतियों और लगभग सभी परिसंपत्ति वर्गों में एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) शामिल हैं जो निवेशकों को विविध पोर्टफोलियो बनाने के लिए कई विकल्प प्रदान करते हैं।

ईटीएफ को म्यूचुअल फंड से क्या अलग करता है?

म्यूचुअल फंड और ईटीएफ कुछ पहलुओं में एक जैसे नहीं हैं। यद्यपि वे दोनों विभिन्न प्रकार की परिसंपत्तियों में निवेश करने के लिए निवेशक निधियों को जोड़ते हैं, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) पूरे दिन स्टॉक एक्सचेंजों पर इंट्राडे ट्रेडिंग और मूल्य पारदर्शिता के लिए उपलब्ध हैं। इसके विपरीत, म्यूचुअल फंड की कीमत दिन के अंत में निर्धारित की जाती है और यही एकमात्र कीमत है जिस पर उन्हें खरीदा या बेचा जा सकता है।

भारत के अलावा कौन से प्रसिद्ध ईटीएफ प्रदाता हैं?

वैनगार्ड, ब्लैकरॉक (आईशेयर), स्टेट स्ट्रीट ग्लोबल एडवाइजर्स (एसपीडीआर), इनवेस्को और चार्ल्स श्वाब कुछ प्रसिद्ध ईटीएफ प्रदाता हैं। ये कंपनियां ईटीएफ का एक बड़ा चयन प्रदान करती हैं जो विभिन्न उद्योगों, परिसंपत्ति वर्गों और निवेश दृष्टिकोणों तक फैली हुई हैं।

मैं ईटीएफ में निवेश कैसे कर सकता हूं?

स्टॉक की तरह, निवेशक ब्रोकरेज खातों का उपयोग करके ईटीएफ खरीद और बेच सकते हैं। अपने ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म के माध्यम से, वे स्टॉक एक्सचेंजों पर कारोबार किए जाने वाले विभिन्न ईटीएफ पर खरीद या बिक्री के ऑर्डर दे सकते हैं। व्यक्तिगत निवेशक ऑनलाइन ब्रोकरों के माध्यम से कई ईटीएफ के लिए कमीशन-मुक्त व्यापार का उपयोग कर सकते हैं।

ईटीएफ में निवेश करने से क्या खतरे आते हैं?

हालांकि ईटीएफ कई फायदे प्रदान करते हैं, लेकिन इसमें कुछ खतरे भी शामिल हैं। इनमें बाज़ार, तरलता, ट्रैकिंग त्रुटि (ईटीएफ के प्रदर्शन और उसके बेंचमार्क सूचकांक के बीच का अंतर), और ईटीएफ के पास मौजूद विशेष संपत्ति से संबंधित जोखिम शामिल हो सकते हैं। निवेशकों को निवेश रिटर्न पर शुल्क के प्रभाव और मूल्य में अस्थिरता की संभावना के प्रति भी सावधान रहना चाहिए।

क्या ईटीएफ द्वारा लाभांश का भुगतान किया जाता है?

कुछ ईटीएफ वास्तव में निवेशकों को लाभांश देते हैं। ईटीएफ द्वारा निवेशकों को नियमित रूप से लाभांश का भुगतान किया जा सकता है जिसमें लाभांश-भुगतान करने वाली इक्विटी या बांड शामिल हैं। लाभांश का उपयोग आय के रूप में किया जा सकता है, पुनर्निवेश किया जा सकता है, या निवेशकों द्वारा नकद में प्राप्त किया जा सकता है।

क्या ईटीएफ लंबी अवधि में अच्छा निवेश साधन हैं?

किसी व्यक्ति की समय सीमा, जोखिम सहनशीलता और निवेश लक्ष्यों के आधार पर, एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) दीर्घकालिक निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। वे लंबी अवधि के निवेश पोर्टफोलियो की मूलभूत संपत्ति के रूप में काम कर सकते हैं और कई प्रकार की परिसंपत्तियों के लिए विविध जोखिम प्रदान कर सकते हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि, ईटीएफ में दीर्घकालिक निवेश करने से पहले, निवेशकों को अपने निवेश लक्ष्यों का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करना होगा और व्यापक शोध करना होगा।

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